सर्विलांस के जरिये हो रही कातिलों की तलाश
कातिलों ने चेतराम को निर्मम तरीके से मौत के घाट उतारा था उससे यही प्रतीत हो रहा है कि चेतराम को लेकर उनके दिल में बेहद नफरत भरी है। कत्ल की वजह तो अभी भी साफ नहीं हो सकी है।
संवाद सूत्र, दियोरिया कलां (पीलीभीत) : कातिलों ने चेतराम को निर्मम तरीके से मौत के घाट उतारा था, उससे यही प्रतीत हो रहा है कि चेतराम को लेकर उनके दिल में बेहद नफरत भरी है। कत्ल की वजह तो अभी भी साफ नहीं हो सकी है। चेतराम की जेब में मिले मोबाइल फोन को पुलिस ने सर्विलांस पर लगा दिया। सर्विलांस के जरिये पुलिस कातिलों का सुराग लगाने का प्रयास कर रही है।
बरखेड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम मधैया निवासी स्वर्गीय परमानंद का पुत्र चेतराम (30) ईंट भट्ठों पर ईंट पाथने का काम करता था। एक वर्ष पूर्व वह कश्मीर में ईंट पाथने चला गया था वहां से लौटकर क्षेत्र के भट्ठों पर ईंट पाथने का काम करने लगा। पिछले तीन महीनें से बिलसंडा थाना क्षेत्र के ग्राम मानपुर स्थित एक भट्ठे पर ईंट की पथाई का कर रहा था। एक दिसंबर को भट्ठे से अपने घर आया था और इसी दिन बिना बताए भट्ठे पर चला गया। ठेकेदार उसे काम के लिए भट्ठे पर बुलाने आए थे तो भाभी ने कहा कि वह भट्ठे पर अपनी बाइक से काम पर गया है। मंगलवार को युवक का शव दियोरिया कोतवाली क्षेत्र के ग्राम जादौपुर पट्टी रमभोजा मार्ग स्थित एक गन्ने के खेत में पड़ा हुआ मिला। सीओ प्रवीण मलिक मौके पर पहुंचे। मृतक चेतराम तीन भाई थे। बड़े भाई बुद्धसेन की 10 वर्ष पूर्व बीमारी से मौत हो गई थी। छोटे भाई तेजराम ने उनकी पत्नी हीराकली को सहारा दिया और उनके बच्चों की परवरिश करने लगे। पांच वर्ष पूर्व उसकी भी बीमारी से मौत हो गई। पत्नी हीराकली अपने पुत्र शिवम, बेटी पूजा व सिमरन के साथ रहने लगी। उनका छोटा देवर चेतराम उनसे अलग रह रहा था। एक वर्ष पूर्व उसने अपने हिस्से की छह बीघा जमीन में से एक बीघा जमीन बिक्री कर दी थी। पांच बीघा जमीन अभी भी उसके हिस्से में थी। पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के लिए शव को भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने पर यह पता चल पाएगा कि हत्या किस तरह की गई है। कार्यवाहक प्रभारी निरीक्षक जोखन सिंह यादव ने बताया कि मृतक की भाभी हीराकली की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। फिलहाल मामला रहस्यमय होने के कारण पुलिस मामले की बारीकी से छानबीन करने में लगी हुई है।