त्योहारी सीजन में भी नहीं सुधरी सफाई व्यवस्था
त्योहारी सीजन में भी सफाई व्यवस्था दुरस्त नहीं हो सकी। जिस कारण नगर की गलियों में जहां-तहां कूड़ा और गंदगी के ढेर लगे हैं। नगर पंचायत की लापरवाही के चलते कस्बा में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगरपालिका में ईओ की नियुक्ति न होने से नगरवासियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
पीलीभीत,जेएनएन : त्योहारी सीजन में भी सफाई व्यवस्था दुरस्त नहीं हो सकी। जिस कारण नगर की गलियों में जहां-तहां कूड़ा और गंदगी के ढेर लगे हैं। नगर पंचायत की लापरवाही के चलते कस्बा में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। नगरपालिका में ईओ की नियुक्ति न होने से नगरवासियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बीसलपुर नगर पालिका की ईओ के पास ही बिलसंडा का प्रभार है। जिस कारण कर्मचारी मनमानी के चलते नगर में सफाई नहीं करते हैं। नालियों में गंदगी जमा होने से दुर्गंध पैदा होने लगती है। नगर में कुल 12 वार्ड हैं जिनमें 52 सफाई कर्मचारी नियुक्त हैं। पांच महिलाएं शामिल हैं। नगर पंचायत की तरफ से दो सफाई नायक नियुक्त किए गए हैं। डीएम के निर्देश पर नोडल अधिकारी निरीक्षण करने पहुंचते थे तब सफाई कर्मचारी हर गली मुहल्ले में सतर्क नजर आते थे। कुछ दिन तक तो ठीक-ठाक चला लेकिन अब गाड़ी फिर पुराने ढर्रे पर आ गई है। उधर नगर में कूड़ा डंप करने की स्थाई व्यवस्था न होने से कूड़े को कहीं तालाब किनारे तो कहीं शमशान भूमि पर डंप किया जा रहा है। उधर पालिका के लिपिक ने बताया कि कूड़ा डालने की जगह रुरिया घुरिया गांव में चिन्हित की गई है। अभी बनने की स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है। प्रभारी अधिशासी अधिकारी वंदना शर्मा का कहना है कि कस्बा की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाएगा।
वार्ड नंबर एक की सभासद रामादेवी का कहना है कि सफाई कर्मचारी मनमर्जी से काम करते हैं एक गली में झाड़ू लगा जाते हैं दूसरी को छोड़ देते हैं जब भी इसकी शिकायत की जाती है निस्तारण करने का भरोसा देकर वहीं पर छोड़ दिया जाता है कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।
वार्ड नंबर दो के सभासद विकेश जायसवाल का कहना है कि मेरे वार्ड में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है। टाउन एरिया का कोई भी कर्मचारी सुनने को तैयार नहीं है वार्ड की नालियां बजबजा रही हैं। कई बार कहने के बावजूद इस पर ध्यान नहीं दिया गया है।
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वार्ड नंबर 5 की सभासद शालिनी जैसवाल के पति आशीष सक्सेना का कहना है कि बिलसंडा का बीसलपुर का चार्ज एक ही अधिशासी अधिकारी पर है जिस कारण बिलसंडा महीने में एक दो बार आती हैं इसीलिए सफाई कर्मचारी मनमर्जी से काम करते हैं।