नवरात्र पर किया पूजन
शारदीय नवरात्र में मां भगवती की पूजा अर्चना के साथ ही मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। शरद काल में नवरात्र का महत्व काफी अधिक होता है। लोग मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के साथ व्रत रखते हैं। अष्टमी से नवमी तक निरंतर यज्ञ और सामूहिक रूप से पूजन होता है।
By JagranEdited By: Published: Sun, 25 Oct 2020 12:08 AM (IST)Updated: Sun, 25 Oct 2020 12:08 AM (IST)
पीलीभीत,जेएनएन: शारदीय नवरात्र में मां भगवती की पूजा अर्चना के साथ ही मांगलिक कार्यक्रमों की शुरुआत हो जाती है। शरद काल में नवरात्र का महत्व काफी अधिक होता है। लोग मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के साथ व्रत रखते हैं। अष्टमी से नवमी तक निरंतर यज्ञ और सामूहिक रूप से पूजन होता है। ग्रामीण क्षेत्रों में पुरानी परंपरा के अनुसार शिव पार्वती की मिट्टी की प्रतिमाओं को आकर्षक ढंग से सजाया गया। वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना का कार्यक्रम किया गया। महिलाओं ने मंगल गीत गए।
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