खुराफाती तत्वों ने सेंसर कैमरों में लगाई आग
पीलीभीतजेएनएन टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघों की गणना के लिए लगाए गए सेंसर कैमरों में से दो में किन्हीं खुराफातीतत्वों ने आग लगा दी। समीक्षा बैठक में इस मामला प्रकाश में आया तो डीएफओ के निर्देश पर सक्रिय हुई वन विभाग की टीम ने दो संदिग्ध लोगों को पकड़ लिया है।
पीलीभीत,जेएनएन : टाइगर रिजर्व के जंगल में बाघों की गणना के लिए लगाए गए सेंसर कैमरों में से दो में किन्हीं खुराफातीतत्वों ने आग लगा दी। समीक्षा बैठक में इस मामला प्रकाश में आया तो डीएफओ के निर्देश पर सक्रिय हुई वन विभाग की टीम ने दो संदिग्ध लोगों को पकड़ लिया है।
शनिवार को पीलीभीत टाइगर रिजर्व मुख्यालय पर बाघ गणना को लेकर समीक्षा बैठक हुई। दो सेंसर कैमरों में आग लगा दिए जाने की घटना के बारे में पता चलते ही प्रभागीय वनाधिकारी ने रेंज अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई। हर सप्ताह होने वाली बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी नवीन खंडेलवाल ने दोनों एसडीओ, पांचों रेंज अधिकारियों पांच कंप्यूटर आपरेटर और डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के साथ समीक्षा की। टाइगर रिजर्व के जंगल में विभिन्न स्थानों पर लगाए गए सेंसर कैमरों की समीक्षा में ज्ञात हुआ कि जंगल के एक हिस्से में खुराफातीतत्वों की ओर से दो सेंसर कैमरा में आग लगा दी गई। बताते हैं कि यह हरकत दियोरया रेंज के जंगल में खुराफातियों ने की है। बैठक में बताया गया कि लगाए गए सभी कैमरों की लगातार निगरानी हो रही है। बताया गया कि इस बार गणना में पिछले चार साल में पीलीभीत से पकड़ कर दूसरी जगह भेजे गए बाघ, पिछले चार साल में मृत बाघों को भी इस गणना में शामिल किया जा सकता है। टाइगर रिजर्व के प्रभागीय वनाधिकारी का मानना है कि इस बार भी बाघों की गणना में पीलीभीत टाइगर रिजर्व में वृद्धि दर्ज होने की उम्मीद है। बाघ गणना पर लगातार निगाह बनी हुई है। सरकारी संपत्ति एवं वन्य जीवन को नुकसान पहुंचाने वाले खुराफाती तत्व को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि जंगल में एक स्थान पर दो कैमरों में आग लगाने की घटना पता चली है। इस मामले में दो संदिग्ध लोगों को पकड़ा गया है। पूछताछ की जा रही है। बैठक में एसडीओ माला सत्यपाल प्रसाद, एसडीओ पूरनपुर कपिल कुमार, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ से वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार, महोफ रेंजर वजीर हसन खान, दियोरिया रेंजर बीके गुप्ता, हरिपुर रेंजर साजिद हसन खां, बराही रेंजर अरुण मोहन, राहुल कुमार समेत कंप्यूटर आपरेटर एवं रेंज के लिपिक मौजूद रहे।