बाघ के हमले में मजदूर की मौत
शारदा नदी किनारे गन्ने की छिलाई कर रहे ग्रामीणों पर सोमवार को बाघ ने हमला कर दियाजिसमें एक मजदूर की मौत हो गई। अन्य लोगों ने बमुश्किल भागकर जान बचाई। गन्ने के खेत में ट्रैक्टर को दौड़ाकर बाघ से शव को छुड़ाया जा सका।
पीलीभीत,जेएनएन : शारदा नदी किनारे गन्ने की छिलाई कर रहे ग्रामीणों पर सोमवार को बाघ ने हमला कर दिया,जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई। अन्य लोगों ने बमुश्किल भागकर जान बचाई। गन्ने के खेत में ट्रैक्टर को दौड़ाकर बाघ से शव को छुड़ाया जा सका।
संपूर्णानगर बफर जोन के वन क्षेत्र शारदा नदी के फाट में बने पक्के पुल के पास नहरोसा गांव निवासी हामिद अली की गौढ़ी (पशुशाला) है। वहां मजदूरी करने वाले लखीमपुर खीरी के मैलानी निवासी कासिम उर्फ कल्लू और हसीमुद्दीन तीन अन्य लोगों के साथ सोमवार को सुबह गन्ने की छिलाई करने गए थे। गन्ने के खेत में छिपा बाघ पहले हसीमुद्दीन पर हमलावर हुआ ,लेकिन वह शोर मचाते हुए भागे। अन्य लोग भी भागने में कामयाब हो गए। कासिम अली ने जब भागने की कोशिश की तो वह गन्ने की पताई में गिर गया। इस दौरान बाघ ने उस पर झपट्टा मारा और गर्दन पकड़ कर गन्ने के खेत के अंदर ले जाने के बाद मौत के घाट उतार दिया। हसमुद्दीन ने आस-पड़ोस काम कर रहे किसानों को इस मामले की जानकारी दी तो वह ट्रैक्टर लेकर गन्ने के अंदर घुसे। बाघ उस समय कासिम के शव के पास बैठकर खा रहा था। ट्रैक्टर दौड़ाने पर बाघ ने बमुश्किल शव छोड़ा। घटना की सूचना पर लखीमपुर खीरी जिले के संपूर्णानगर रेंजर आरपीएस रौतला और इंस्पेक्टर हजारा पुलिस टीम के साथ वहां पहुंच गए। उपजिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद और पुलिस क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार ने मुआयना किया। उपजिलाधिकारी ने बताया कि बाघ के हमले में ग्रामीण की मौत हुई है। वन विभाग की तरफ से मुआवजा दिलवाया जाएगा। हमला करने बाद बाघ ग्रामीण के शरीर का कुछ हिस्सा भी खा गया।