सात जन्मों तक साथ निभाने के लिए सात वचनों का संकल्प
-कावंरथी सेवा दल की ओर से हुआ सामूहिक विवाह समारोह
संवाद सहयोगी, बीसलपुर (पीलीभीत) : कावंरथी सेवा दल की ओर से आयोजित सामूहिक विवाह उत्सव में परिणय सूत्र बंधन में बंधने के बाद नवेली दुल्हनों के चेहरों पर खुशी झलक रही थी। पति के साथ फेरे लेने के बाद उन्हें उपहार भी मिला और बरातियों की आवभगत भी की गयी। ससुराल विदा होने से पूर्व वर-वधू ने सात जन्मों तक साथ निभाने के लिए सात वचनों का संकल्प भी लिया।
अनूठे विवाहोत्सव में आकर जो खुशी महसूस हो रही है उससे बयान नही कर पा रही हूं। मैने तो कभी स्वप्न में भी नही सोचा था कि इतने भव्य समारोह में शादी करने का अवसर मिलेगा। परिवार ही इस विवाह से काफी खुश है। मुझे मेरे मन पसंद हमसफर मिल गया है।
-रोली
शादी को लेकर माता-पिता चितित रहते थे। सामूहिक दहेज रहित विवाह उत्सव में कावंरथी सेवा दल के सहयोग से विवाह करने का सपना आज पूरा हो गया है। बहुत खुशी महसूस हो रही है। मेरा पूरा परिवार काफी खुश है।
-दुर्गा
सामूहिक विवाह उत्सव में शादी करके काफी खुश हूं। मेरा पूरा परिवार इस समारोह में शामिल हुआ है। कई दिनों से इस समारोह में आने के लिए परिजन तैयारी कर रहे थे। आज वह शुभ घड़ी आ गयी जब परिणय सूत्र बंधन में बंधने के बाद मुझे ससुराल जाने का अवसर मिलेगा।
संजना
सामूहिक दहेज रहित विवाह में शादी करने से काफी खुशी महसूस हो रही है। घरवाले सुबह ही समारोह में शामिल होने के लिए पहुंच गये थे। मुझे इस कार्यक्रम में शामिल होने का सौभाग्य मिला है। जीवन की आखिर सांस तक अपने अनूठे विवाह समारोह को याद रखूंगी।
खुशबू