पालिका कार्यालय के सामने बनेगी मार्केट
नगर पालिका बोर्ड की बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 का संशोधित बजट छिटपुट विरोध के बीच पारित हो गया। नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने स्थित जमीन पर मार्केट बनाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। कई सदस्यों ने गृहकर व जलकर की अधिक दरें लागू कर दिए जाने पर अपना विरोध दर्ज कराया।
पीलीभीत,जेएनएन : नगर पालिका बोर्ड की बैठक में वित्तीय वर्ष 2020-21 का संशोधित बजट छिटपुट विरोध के बीच पारित हो गया। नगर पालिका परिषद कार्यालय के सामने स्थित जमीन पर मार्केट बनाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। कई सदस्यों ने गृहकर व जलकर की अधिक दरें लागू कर दिए जाने पर अपना विरोध दर्ज कराया।
मंगलवार को अपराह्न टाउनहाल में हुई पालिका बोर्ड की बैठक में अधिशासी अधिकारी ने सदस्यों को बताया कि बजट प्रस्तावों में संशोधन जरूरतों के हिसाब से किए जाने की एक प्रक्रिया के तहत संशोधन प्रस्तावित किए गए हैं। इस पर कई मदों में खर्च पर सभासद देवी सिंह एडवोकेट ने सवाल भी उठाए। जिनका ईओ ने जवाब देकर संतुष्ट किया। ईओ ने कहा कि वित्तीय वर्ष के लिए मूल बजट 40 करोड़ 46 लाख 55 हजार रुपये प्रस्तावित किया गया था। इसे संशोधित करके 43 करोड़ 57 लाख 5 हजार रुपये कर दिया गया है। सदन में चर्चा के बाद संशोधित बजट पारित कर दिया गया। हालांकि सभासद आसिफ ने इसका यह कहते हुए विरोध किया कि जब नागरिकों को सुविधाएं मुहैया नहीं हो रहीं तो वह इस संशोधित बजट के पक्ष में नहीं हैं। इससे पहले सभासद पुष्पा उपाध्याय ने जलकर व गृहकर में 35 फीसद की वृद्धि किए जाने का आरोप लगाते हुए जोरदार ढंग से विरोध किया। इस पर ईओ ने उन्हें बताया कि इतनी बढ़ोतरी नहीं हुई है बल्कि दोनों करों में समानता लाई गई है। मृत्यु प्रमाणपत्र जारी होने में बकाया अदा करने की शर्त का भी सभासदों ने काफी विरोध किया। इस पर ईओ ने कहा कि करों की वसूली की समीक्षा में जवाब उन्हें देना पड़ता है। यह प्रक्रिया में है कि बकाया अदा करने के बाद ही प्रमाणपत्र जारी किया जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी की कोई मजबूर व्यक्ति है तो उसे किस्तों में बकाया अदा करने की सुविधा पर विचार हो सकता है। ठेका सफाई कर्मियों की संख्या कम किए जाने पर भी सभासदों ने नाराजगी जताई। पालिकाध्यक्ष विमला जायसवाल की अध्यक्षता में हुई बैठक में उमा मिश्रा, सुनीता सिंह, अवतार सिंह, वतनदीप सिंह, जगन्नाथ समेत अन्य सभासद मौजूद रहे।