बरेली के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे आशंकित डेंगू मरीज
शहर में डेंगू बुखार अब खौफ का पर्याय बन गया है। रोजाना ही तमाम लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।
जेएनएन, पीलीभीत: शहर में डेंगू बुखार अब खौफ का पर्याय बन गया है। रोजाना ही तमाम लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं। वहीं डेंगू से हो रही मौतों का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा है। डेंगू आशंकित तमाम मरीज बरेली के निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। दूसरी ओर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सीमा अग्रवाल डेंगू से मौत होने की बात को सिरे से खारिज कर रही हैं। कुल मिलाकर डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप बेकाबू हो चुका है। शहर के तमाम मरीज इन दिनों बरेली के निजी अस्पतालों में भर्ती हैं।
भाजपा नेता रमेश सिंह का बेटा डॉ. शैलेंद्र सिंह यहां जेएमबी कालेज में प्रवक्ता हैं। डॉ. शैलेंद्र सिंह को तीन दिन पहले तेज बुखार आया। शहर में इलाज कराने पर स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। तब परिजनों ने उन्हें बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया है। रक्त परीक्षण रिपोर्ट में उन्हें डेंगू होने की आशंका जताई गई है। इसी तरह शहर के स्टेशन रोड पर जिम का संचालन करने वाले संतोष सिंह भी बुखार की चपेट में आ गए। उन्हें भी बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर के अशोक कालोनी निवासी लवली सिंह को भी बुखार से पीड़ित होने के कारण बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। शहर की बसुंधरा कालोनी निवासी राजकीय ठेकेदार धीरेंद्र सिंह की पत्नी रश्मि गंगवार परिषदीय विद्यालय में टीचर हैं। कई दिन पहले रश्मि गंगवार को बुखार आने पर यहां दिखाया गया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका। जिसके बाद उन्हें बरेली के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।