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राहुलनगर में सौ एकड़ जमीन निगल चुकी नदी

संस पूरनपुर (पीलीभीत) राहुलनगर में अब तक 100 एकड़ के करीब जमीन शारदा निकल चुकी है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 22 Aug 2019 06:31 PM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2019 06:31 PM (IST)
राहुलनगर में सौ एकड़ जमीन निगल चुकी नदी
राहुलनगर में सौ एकड़ जमीन निगल चुकी नदी

संस, पूरनपुर (पीलीभीत) : राहुलनगर में अब तक 100 एकड़ के करीब जमीन शारदा निकल चुकी हैं। बाढ़ खंड ने समय रहते अगर यहां बचाव कार्य कराया होता तो इतनी बड़ी मात्रा में जमीन का फसलों से सहित नहीं होता। अब जब कटान शुरू हुआ है तो लोगों को खाली कट्टे वितरित कर दिए गए। ग्रामीण स्वयं ही कट्टों में रेत भरकर शारदा के किनारे उन्हें जाल बनाकर लगा रहे हैं। इससे कटान रुकने की संभावना नहीं है।

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दो माह पहले राहुलनगर में बाढ़ खंड की तरफ से बचाव कार्य शुरू कराया गया था। बचाव कार्य के दौरान ही लोगों ने अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन कर नारेबाजी की थी। इतना ही नहीं इसकी शिकायत भी उच्चाधिकारियों से की गई थी जिससे काम गुणवत्तापूर्ण हो सके लेकिन समय रहते ध्यान न दिए जाने से अब नदी किसानों के लिए आफत बनकर सामने आई है। नदी ने हल्दी, गन्ना आदि फसलों सहित करीब 100 एकड़ के करीब जमीन का कटान कर चुकी है। इसमें कुछ रकवा पीलीभीत टाइगर रिजर्व की जमीन का भी शामिल है। ग्रामीण कटान के समय से ही बाढ़ खंड से बचाव कार्य कराने की मांग करते आ रहे हैं लेकिन अब जब नदी ने काफी तेजी से कटान किया तो बाढ़ खंड के अधिकारियों ने सिर्फ खाली कट्टे उन्हें उपलब्ध करा दिए। कटान से भयभीत ग्रामीण रेत भरकर उन्हें जाल के सहारे नदी के किनारे लगा रहे हैं। बेतरतीब ढंग से बिना अभियंताओं के कट्टे लगाने से कटान एक भी फीसदी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश बढ़ रहा है। राहुल नगर तरफ नदी की धार होने से बचाव कार्य भी ठीक से नहीं हो पा रहा है जिससे अन्य जमीन भी कटने की प्रबल आशंका हो गई है। हजारा क्षेत्र में भी कुछ कटान हुआ है हालांकि यहां पहले से ही बचाव कार्य हो जाने से कटान काफी हद तक रुका हुआ है लेकिन यहां के भी लोग पानी बढ़ने के दौरान कटान होने की संभावना जता रहे हैं। फोटो 22 पीएनपीआर 2

अधिकारियों ने समय रहते यहां बचाव कार्य नहीं कराया। इसके चलते ही कटान शुरू हुआ है। अब तक 100 एकड़ के करीब जमीन शारदा नदी की भेंट चढ़ चुकी है। किसान कटान से बेहद परेशान हैं।

श्यामल सरकार

फोटो 22 पीएनपीआर 3

बाढ़ खंड की तरफ से कटान रोकने के लिए खाली कट्टे उपलब्ध कराए गए हैं। भयभीत ग्रामीण स्वयं ही परिवारों के साथ उन खाली कट्टों में रेत भरकर कटान से जमीन को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

विजय कर्मकार

फोटो 22 पीएनपीआर 4

बाढ़ खंड के अधिकारी अगर पहले से ही संजीदा होते तो इस तरह की स्थिति नहीं आती। जिन ग्रामीणों की फसलों सहित जमीन नदी में समा गई है वह काफी परेशान और दहशत में नजर आ रहे हैं।

निहार मंडल

फोटो 22 पीएनपीआर 5

यहां हर वर्ष कटान होता है लेकिन कभी भी अधिकारी इस तरफ कोई गंभीरता से ध्यान नहीं देते। इसके चलते पीलीभीत टाइगर रिजर्व का वन क्षेत्र भी कटान की भेंट चढ़ जाता है जिसको लेकर अधिकारी गंभीर नहीं है।

दया मंडल


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