38 माह बाद स्पष्ट हुआ 38 बोर रिवाल्वर से हुई थी एचसीपी की हत्या
पूरनपुर में ढाई साल पूर्व गश्त के दौरान अर्ध विक्षिप्त ने एचसीपी को उनके ही 38 बोर के सरकारी रिवाल्वर से गोली मार दी।
पीलीभीत : पूरनपुर में ढाई साल पूर्व गश्त के दौरान अर्ध विक्षिप्त ने एचसीपी को उनके ही 38 बोर के सरकारी रिवाल्वर से गोली मार दी थी। इससे एचसीपी की मौत हो गई थी। आरोपित ने इसके साथ ही दो राहगीरों को भी गोली से अपना निशाना बनाया था। पुलिस ने मौके से बरामद सरकारी रिवाल्वर, पांच खोखा व एक कारतूस को परीक्षण के लिए लैब में भेजा था। परीक्षण के दौरान रिवाल्वर से ही एचसीपी की हत्या होने की पुष्टि हुई है। आरोपित पहले से ही जेल में है।
घटना 25 फरवरी 2016 की है। कोतवाली के एचसीपी सुभाष यादव सुबह 2:30 बजे पकड़िया चौराहा के समीप पुलिस कर्मियों के साथ गश्त कर रहे थे। तभी कोतवाली क्षेत्र के गांव बलरामपुर निवासी अर्ध विक्षिप्त राजेंद्र पुत्र रामस्वरूप ने एचसीपी का 38 बोर का सरकारी रिवाल्वर छीन कर उन पर फायर झोंक दिया था। इससे एचसीपी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। आरोपित ने हवा में रिवाल्वर लहराते हुए अमरैयाकलां निवासी ताराचंद और माधोटांडा थाना क्षेत्र के गांव मकरंदपुर चौगान निवासी रवि यादव पर भी फायर झोंक दिया था। इलाज के दौरान दोनों ठीक हो गए थे। कोतवाली में तैनात एसआइ राकेश पांडेय ने आरोपित पर मुकदमा दर्ज कराकर राजेंद्र को जेल भेज दिया था। इस घटना के 38 माह बाद 38 बोर के रिवाल्वर व कारतूस से ही एचसीपी की हत्या होने की रिपोर्ट कोतवाली पहुंची।
कोतवाल केशव कुमार ¨सह ने बताया 25 फरवरी 2016 को कोतवाली में तैनात एचसीपी की गश्त के दौरान सरकारी रिवाल्वर से उनपर एक बलरामपुर के अर्ध विक्षिप्त राजेंद्र ने फायर झोंक दिया था। इससे उनकी मौत हो गई थी। लैब से आई रिपोर्ट के बाद यह स्पष्ट हो गया है 38 बोर के तमंचे से ही एचसीपी की हत्या हुई थी।