तेज गर्मी में किडनी रोगी बरतें विशेष सावधानी
पीलीभीत,जेएनएन : शहर की होम्योपैथ चिकित्सक डा. नीलिमा शर्मा का कहना है कि भीषण गर्मी के इस दौर में किडनी संबंधी रोग से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतना चाहिए। ऐसे मरीज अपना ब्लड प्रेशर न बढ़ने दें। साथ ही धूप में बिल्कुल न निकलें और खूब पानी पीते रहें। बुधवार को दैनिक जागरण के पाक्षिक कार्यक्रम हेलो डाक्टर में उन्होंने टेलीफोन पर सुधी पाठकों के सवालों का जवाब देते हुए इस मौसम में होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया। साथ ही विभिन्न बीमारियों से पीड़ित लोगों को उपचार भी बताया। डा. नीलिमा शर्मा ने कहा कि इस समय हीट स्ट्रोक का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में दोपहर 12 बजे से लेकर सायं 4 बजे तक धूप में नहीं निकलना चाहिए। बच्चों पर विशेष ध्यान दें। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चे दोपहर में घर लौटते हैं। इस मौसम में बच्चों को स्कूल ले जाने और लाने का कार्य अभिभावक स्वयं करें। बच्चों को अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन कराएं। मौसमी फल व हरी सब्जियां इस मौसम में सभी लोगों के लिए फायदेमंद हैं। उन्होंने हीट स्ट्रोक के लक्षण बताते हुए कहा कि हाथ पैरों में ऐंठन होना, तेजी से पसीना आना, बेहोशी छाने लगना है। ऐसी स्थिति आने पर मरीज को पेट भरकर पानी पिलाएं और फिर तुरंत किसी चिकित्सक के पास ले जाएं। इस मौसम में हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी आयु वर्ग का हो, उसे पानी खूब पीना चाहिए। किसी भी दशा में शरीर के अंदर पानी की कमी नहीं होनी चाहिए।
सवाल : इन दिनों गर्मी बहुत पड़ रही है। एक महीने का शिशु है, उसे बीमारियों से बचाए रखने के लिए क्या करना चाहिए।
तारिक खान, माधोटांडा
जवाब : शिशु को पानी बिल्कुल नहीं देना है। सिर्फ मां का दूध ही उसे तमाम बीमारियों से बचाए रखेगा। बच्चे को गर्मी से बचाए रखें। अगर ऊपर का दूध दे रहे हैं तो हर बार बोतल को गर्म पानी से उबाल लें। बोतल में बचे दूध का दोबारा इस्तेमाल कतई न करें। बच्चे की मां पौष्टिक आहार लेती रहे।
सवाल : गर्मी के इस मौसम में डायरिया से बचाव रखने के लिए क्या करना चाहिए।
तापस दास, रमनगरा
जवाब : इन दिनों गर्मी बहुत पड़ रही है। शरीर में पानी की कमी न होने दें। ओआरएस का घोल, छाछ और दही का सेवन करें। दूध नहीं पीना चाहिए।
सवाल : गर्मी में आंखों में लालिमा हो जाती है। कई बार कंजक्टीवाइटिस का खतरा रहता है। इससे बचाव के लिए क्या करना चाहिए।
सुमित सक्सेना, निरंजनकुंज
जवाब : ताजे पानी से दिन में कई बार छींटें मारते हुए आंखों को धोना चाहिए। खुजली महसूस हो तो आंखों को रगड़ें नहीं। तकलीफ होने पर बर्फ से सिंकाई करें।
सवाल : शरीर में भारीपन महसूस होता रहता है। डाक्टर को दिखाया था, कई दिनों तक दवा ली लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ।
बल्देव सिंह, घुंघचाई
जवाब : भोजन में छलका वाली दालें, मौसमी हरी सब्जियां, रेशेदार फल आदि शामिल करें। रोज एक घंटा के लिए सुबह टहलने निकलें। अगर फिर भी आराम न मिले तो किसी अच्छे चिकित्सक से जांच कराए।
सवाल : प्रात: के समय मौसम में ठंडक रहती है और फिर दिन चढ़ने के साथ ही गर्मी बढ़ती जाती है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए क्या उपाय करने चाहिए।
अभिषेक, घुंघचाई
जवाब : इस मौसम में वायरल इंफेक्शन बहुत होता है। बाहर की चीजें न खाएं। हरी सब्जियां, मौसमी फल खाएं। बहुत ज्यादा ठंडा पानी न पियें।
सवाल : कई दिन से बुखार आ रहा है। दवा फायदा नहीं कर रही है।
सद्दाम हुसैन, डूंडा
जवाब : खून की जांच कराएं। तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन इस मौसम में बिल्कुल न करें। पानी उबालकर ठंडा करने के बाद पियें।
सवाल : आंख में मोतियाबिंद हो गया है। धुंधला दिखाई पड़ने लगा है। इसके लिए क्या करना चाहिए।
फरीद अहमद, सिविल लाइंस नार्थ
जवाब : अगर मोतियाबिंद की अभी शुरुआत है तो होम्योपैथिक दवा सिनेरिया जर्मनी वाला अल्कोहल युक्त आई ड्राप का इस्तेमाल करें। अगर ज्यादा दिन का मोतियाबिंद हो गया है तो आपरेशन के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं है।
सवाल : जुकाम-बुखार के साथ ही पेट में दर्द होता रहता है।
निताई मंडल, नौजल्हा
जवाब : तेज गर्मी के मौसम में पेट संबंधी समस्याएं ज्यादा बढ़ जाती है। हल्का भोजन लें। छाछ, दही और मौसमी फलों का सेवन करें।