पीलीभीत-बीसलपुर रोड पर रोज लग रहा जाम
पीलीभीतजेएनएन बीसलपुर मार्ग पर बरखेड़ा में स्थित बजाज हिदुस्तान शुगर लिमिटेड तथा नोबेल क्रेबीसलपुर मार्ग पर बरखेड़ा में स्थित बजाज हिदुस्तान शुगर लिमिटेड तथा नोबेल क्रेशर आसपास हैं। दोनों के यहां गन्ना पेराई शुरू हो चुकी है। ऐसे में गन्ना लदे वाहनों की संख्या इस मार्ग पर बढ़ने से रोज ही जाम का हालात बन जाते हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी उन कारोबारियों को हो रही है जिन्हें रोजाना इस मार्ग से आवागमन करना पड़ता है। बीसलपुर मार्ग पर बरखेड़ा में स्थित बजाज हिदुस्तान शुगर लिमिटेड तथा नोबेल क्रेशर आसपास हैं। दोनों के यहां गन्ना पेराई शुरू हो चुकी है। ऐसे में गन्ना लदे वाहनों की संख्या इस मार्ग पर बढ़ने से रोज ही जाम का हालात बन जाते हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी उन कारोबारियों को हो रही है जिन्हें रोजाना इस मार्ग से आवागमन करना पड़ता है।
पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर मार्ग पर बरखेड़ा में स्थित बजाज हिदुस्तान शुगर लिमिटेड तथा नोबेल क्रेशर आसपास हैं। दोनों के यहां गन्ना पेराई शुरू हो चुकी है। ऐसे में गन्ना लदे वाहनों की संख्या इस मार्ग पर बढ़ने से रोज ही जाम का हालात बन जाते हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी उन कारोबारियों को हो रही है, जिन्हें रोजाना इस मार्ग से आवागमन करना पड़ता है।
चीनी मिल व क्रेशर के सामने रोड पर तथा कस्बा में गन्ना भरे वाहनों की कतारों से अन्य वाहनों का आवागमन प्रभावित होने लगता है। नोबेल क्रेशर के बाहर गन्ना लदे वाहन सड़क के किनारे खड़े करवा दिए जाते हैं, जिससे वहां पर जाम की समस्या गन्ने की सीजन में बनी रहती है। पिछले साल भी लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ा और अब फिर समस्या गहराने लगी है। इसके बावजूद गन्ना वाहनों की ऐसी व्यवस्था नहीं कराई जा रही, जिससे जाम की स्थिति न आए। गन्ना लदे वाहन खड़े रहने की वजह से छोटे तथा बड़े अन्य वाहनों को कतार में लगकर घंटों इंतजार करना पड़ता है। बजाज हिदुस्तान शुगर मिल सामने समस्या कुछ कम रहती है, क्योंकि उसका यार्ड बहुत बड़ा है। सारे गन्ना लदे वाहन उसी में प्रवेश कर जाते हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस समस्या से निपटने का एकमात्र एक ही रास्ता है कि नोबेल शुगर लिमिटेड के गन्ना लदे वाहन उतनी ही संख्या में वहां पहुंचने दिए जाएं,जितने उनके परिसर में समा सकें। फोटो-18पीआइएलपी-7
स्थानीय निवासी मनोज कुमार कहते हैं कि अक्सर गन्ने की सीजन में नोबेल शुगर मिल के पास घंटों जाम लगा रहता है। वाहनों के साथ साथ आम आदमी समेत एंबुलेंस के मरीजों को भी इस समस्या से जूझना पड़ता है। फोटो-18पीआइएलपी-6
मेडिकल स्टोर संचालक दिलीप कुमार सक्सेना का कहना है कि रोजाना सुबह पीलीभीत से बरखेड़ा मेडिकल स्टोर पर जाने के लिए और उधर से वापस आते समय घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है। सड़क के किनारे गन्ना लदे वाहनों को खड़ा करके जाम की स्थिति को पैदा कर दी जाती है। फोटो-18पीआइएलपी-5
अधिवक्ता दुर्गेश कुमार कहते हैं कि रोज सुबह कोर्ट जाना पड़ता है। जाम की वजह से बहुत परेशानी उठानी पड़ती है। इनसेट
रोड पर जाम न लगे, इसके लिए नोबल क्रेशर व चीनी मिल के प्रबंधकों से वार्ता करके समस्या का शीघ्र की हल निकाला जाएगा।
कमल सिंह, थाना प्रभारी निरीक्षक