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मां ने खीर-पूड़ी को प्रसाद के रूप में पड़ोसियों को बांटा था

बिलसंडा के गांधी स्मारक सुंदरलाल इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रामखिलौना शर्मा को 15 अगस्त 1947 को आजादी की वह पहली सुबह अभी तक याद है। घर-घर में आजादी का जश्न मनाया गया था। वह तब पांचवी कक्षा में पढ़ते थे।

By JagranEdited By: Published: Fri, 14 Aug 2020 11:27 PM (IST)Updated: Sat, 15 Aug 2020 06:08 AM (IST)
मां ने खीर-पूड़ी को प्रसाद के रूप में पड़ोसियों को बांटा था
मां ने खीर-पूड़ी को प्रसाद के रूप में पड़ोसियों को बांटा था

पीलीभीत,जेएनएन: बिलसंडा के गांधी स्मारक सुंदरलाल इंटर कॉलेज के सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य रामखिलौना शर्मा को 15 अगस्त 1947 को आजादी की वह पहली सुबह अभी तक याद है। घर-घर में आजादी का जश्न मनाया गया था। वह तब पांचवी कक्षा में पढ़ते थे। स्कूल को आकर्षक ढंग से सजाकर तिरंगा फहराया गया था। बच्चों को अध्यापकों ने बताया था कि अब हम आजाद हो गए हैं। इसी खुशी में मिठाई बांटी गई थी।

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नगर के मुहल्ला दुर्गा प्रसाद में रहने वाले सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य उम्र के 85 बसंत देख चुके हैं। स्मृति पर जोर देते हुए याद करते हैं कि तब पैत्रक गांव नूरानपुर में रहते थे। गांव में विद्यालय उस दौर में भी था। उसी विद्यालय में वह पांचवीं कक्षा के छात्र थे तब 15 अगस्त 1947 को पूरे स्कूल परिसर को रंग-बिरंगी कागज की झंडियों और गुब्बारों से सजावट की गई थी। राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया था। बच्चों को बूंदी की मिठाई बांटी गई। घर पर लौटकर आए तो पता चला कि आजादी की खुशी में मां अनार देवी ने खीर-पूड़ी बनाई है। घर में दुधारू पशु पलते थे। ऐसे में दूध से मिठाई भी तैयार की गई। स्कूल का सहपाठी रीतराम उनके घर आया तो पिता गेंदनलाल ने उसे मिठाई खाने को दी थी। मां ने खीर-पूड़ी को प्रसाद के तौर पर पड़ोसियों में भी बांटा था।


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