संजय, बाबूराम बरकरार, प्रवक्तानंद और विवेक को टिकट
पीलीभीतजेएनएन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार की शाम पत्ते खोल दिए। भाजपा हाईकमान ने पीलीभीत सदर तथा पूरनपुर सुरक्षित सीट पर मौजूदा विधायकों को ही दोबारा चुनावी समर में उतारने का निर्णय लिया है जबकि बरखेड़ा क्षेत्र के मौजूदा विधायक किशनलाल राजपूत का टिकट काट दिया गया है उनके स्थान पर स्वामी प्रवक्तानंद को उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं बीसलपुर सीट पर मौजूदा विधायक रामसरन वर्मा के स्थान पर उनके पुत्र विवेक वर्मा को टिकट दिया गया है। भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही जिले में चुनावी राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार की शाम पत्ते खोल दिए। भाजपा हाईकमान ने पीलीभीत सदर तथा पूरनपुर सुरक्षित सीट पर मौजूदा विधायकों को ही दोबारा चुनावी समर में उतारने का निर्णय लिया है, जबकि बरखेड़ा क्षेत्र के मौजूदा विधायक किशनलाल राजपूत का टिकट काट दिया गया है, उनके स्थान पर स्वामी प्रवक्तानंद को उम्मीदवार घोषित किया गया है। वहीं बीसलपुर सीट पर मौजूदा विधायक रामसरन वर्मा के स्थान पर उनके पुत्र विवेक वर्मा को टिकट दिया गया है। भाजपा उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही जिले में चुनावी राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं।
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम लोगों की सबसे ज्यादा दिलचस्पी भाजपा प्रत्याशियों के नामों को लेकर थी। लंबे समय से भाजपा विधायकों के टिकट काटने की अटकलें जोर पकड़ रही थीं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में तराई के जिला की चारों सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया था। पीलीभीत सदर से संजय सिंह गंगवार, बरखेड़ा से किशनलाल राजपूत, बीसलपुर से रामसरन वर्मा तथा पूरनपुर सुरक्षित सीट से बाबूराम पासवान निर्वाचित होकर विधायक बने थे। शुक्रवार की शाम भाजपा हाईकमान की ओर से पार्टी टिकटों का एलान कर दिया गया। जनपद में चारों सीटों पर भाजपा विधायक होने के बाद भी पार्टी टिकट के लिए आठ-आठ दावेदारों ने आवेदन किए थे। पीलीभीत सदर सीट के लिए पूर्व जिलाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने तो साल भर पहले ही प्रचार शुरू कर दिया था। पश्चिम बंगाल के चुनाव के दौरान पार्टी की ओर से राकेश गुप्ता को वहां भेजा गया था। टिकट की दावेदारी को भी इससे जोड़कर देखा जा रहा था, लेकिन भाजपा संगठन ने अकटलों पर विराम लगाते हुए जातीय गणित देखकर मौजूदा विधायक संजय सिंह गंगवार को ही चुनावी समर में उतारने का निर्णय लिया है।
बरखेड़ा विधानसभा सीट पर मौजूदा विधायक किशनलाल राजपूत का टिकट काटे जाने की अटकलें पहले ही लगाई जा रही थीं। भाजपा संगठन के सर्वे में भी विधायक किशनलाल का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं पाया गया था, जिसके चलते उनके स्थान पर स्वामी प्रवक्तानंद को पार्टी उम्मीदवार घोषित किया है। बरखेड़ा क्षेत्र में लोध किसान मतदाताओं की संख्या निर्णायक है। मौजूदा विधायक किशनलाल राजपूत तथा स्वामी प्रवक्तानंद इसी जाति से ताल्लुक रखते हैं। लिहाजा टिकट पर बदलाव में भी भाजपा ने जातीय संतुलन कायम रखने का प्रयास किया है।
बीसलपुर सीट पर मौजूदा विधायक रामसरन वर्मा के उम्रदराज होने तथा स्वास्थ्य कारणों के चलते उनके पुत्र विवेक वर्मा को भजपा संगठन ने टिकट दिया है। विधायक रामसरन वर्मा पहले ही अपने पुत्र को चुनाव लड़ाने की घोषणा कर चुके थे। संगठन से भी आग्रह किया था। बीसलपुर क्षेत्र में लोध किसान तथा कुर्मी बिरादरी के मतदाताओं की संख्या निर्णायक बताई जाती है।
पूरनपुर सुरक्षित सीट पर मौजूदा विधायक बाबूराम पासवान को दोबारा टिकट दिए जाने का आधार जातीय समीकरण ही मना जा रहा है। पूरनपुर क्षेत्र में पासी समाज के मतदाताओं की संख्या निर्णायक है। भाजपा टिकट के दावेदारों में पासी समाज से विधायक बाबूराम पासवान ही इकलौते हैं, जिसका सीधा फायदा उन्हें भाजपा संगठन से मिला है। संगठन का निर्णय स्वीकार : किशनलाल राजपूत
मैंने लगातार पांच साल तक क्षेत्र में काम किया है। लोगों की समस्याओं का निराकरण कराया, तमाम विकास कार्य भी कराए हैं। टिकट क्यों कटा, ये संगठन ही जाने लेकिन संगठन ने जो भी निर्णय लिया है, वह स्वीकार है। संगठन के माध्यम से सक्रिय रहकर क्षेत्रवासियों की सेवा करता रहूंगा।
- किशनलाल राजपूत, विधायक बरखेड़ा