होटल-बरातघर, बैंड वालों का कारोबार चमका
कोरोना महामारी के चलते बरात घर-होटल लंबे समय तक सूने रहे लेकिन अब सहालग में उनके कारोबार में चमक आ गई है। बैंडबाजा और डीजे संचालकों को भी दो शिफ्टों में काम मिलने लगा है। कारोबारियों के साथ ही अन्य तमाम लोग भी अस्थाई रोजगार पा गए हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : कोरोना महामारी के चलते बरात घर-होटल लंबे समय तक सूने रहे लेकिन अब सहालग में उनके कारोबार में चमक आ गई है। बैंडबाजा और डीजे संचालकों को भी दो शिफ्टों में काम मिलने लगा है। कारोबारियों के साथ ही अन्य तमाम लोग भी अस्थाई रोजगार पा गए हैं।
शहर में देवोत्थानी एकादशी के दिन से ही शादी समारोह के आयोजनों में तेजी आ गई है। बैंडबाजा वाले तो दो शिफ्टें करने लगे हैं। वे महीनों से खाली बैठे हुए थे। उनके यहां काम करने वाले लोग अन्य स्थानों पर मजदूरी करने लगे थे लेकिन अब वे फिर अपने मूल कार्य में लौट आए हैं। इसी प्रकार से डीजे का कारोबार भी अब तक ठंडा पड़ा हुआ था लेकिन इन्हें भी बुकिग मिलने लगी है। होटल-बरातघर संचालकों का कहना है कि कुछ तो काम बढ़ा है। हालांकि शादी समारोह में मेहमानों की संख्या फिर से सौ कर दिए जाने के कारण कुछ नुकसान भी हो रहा है लेकिन फिर भी कारोबार तो करना ही है। पहले कई पार्टियों ने अधिक मेहमानों की संख्या के साथ बुकिग कराई, अब कम करा रहे। ऐसे में वे उसी हिसाब से रेट में भी कमी चाहने लगते हैं। इससे नुकसान है। हालांकि शादी समारोह में कोविड-19 के सभी नियमों का पालन करा रहे हैं।
कार्तिंक भसीन, बरात घर संचालक होटल में समारोह करने आने वाले लोगों को को कोविड के नियमों का पालन करा रहे हैं। जो लोग मास्क नहीं लगाए होते हैं, उन्हें मास्क की व्यवस्था यहीं से करा देते हैं। शासन ने समारोहों में मेहमानों की संख्या फिर कम कर दी है। कुछ घाटा भी उठाना पड़ता है।
आशीष अग्रवाल, होटल कारोबारी पहले लोग अधिक संख्या में मेहमानों को बुलाने की योजना के तहत बुकिग करा चुके लेकिन अब शासन ने फिर संख्या कम कर दी है। ऐसे में बुकिग कराने वाले लोग तय रेट से कम देना चाहते हैं जबकि हमारी लागत ज्यादा खर्च हो रही लेकिन फिर भी कारोबार तो करना ही है।
विवेक आनंद उर्फ बंटू, कैटरिग कारोबारी