अमरिया में नहीं राजकीय महाविद्यालय
अमरिया तहसील क्षेत्र में छात्र छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक दर्जन के करीब इंटर कॉलेज हैं। एक राजकीय इंटर कॉलेज अमरिया में है। बाकी सब निजी कॉलेज हैं जहां अधिकांश बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए क्षेत्र में एक भी राजकीय डिग्री कॉलेज नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पांच वर्षों के दौरान तीन निजी डिग्री कॉलेज खुले हैं लेकिन उनमें प्रवेश दिलाने पर खर्च बहुत ज्यादा आता है।
पीलीभीत,जेएनएन : अमरिया तहसील क्षेत्र में छात्र छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक दर्जन के करीब इंटर कॉलेज हैं। एक राजकीय इंटर कॉलेज अमरिया में है। बाकी सब निजी कॉलेज हैं जहां अधिकांश बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। बच्चों को आगे की पढ़ाई के लिए क्षेत्र में एक भी राजकीय डिग्री कॉलेज नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पांच वर्षों के दौरान तीन निजी डिग्री कॉलेज खुले हैं लेकिन उनमें प्रवेश दिलाने पर खर्च बहुत ज्यादा आता है।
तहसील मुख्यालय बनने के बाद राजकीय डिग्री कॉलेज की मांग लगातार होती रही है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई सुनवाई नहीं हुई। अभिभावकों का कहना है कि उनके बच्चों को उच्च शिक्षा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। निजी डिग्री कॉलेज में ऊंची फीस वसूली जाती है। निम्न-मध्यम वर्ग के लोग इसी कारण अपने बच्चों को निजी डिग्री कॉलेज में प्रवेश नहीं दिला पाते। फोटो-13पीआइएलपी-6
बच्चों की उच्च शिक्षा के लिए आज तक सरकारी डिग्री कॉलेज की व्यवस्था नहीं हुई है। निजी महाविद्यालयों में पढ़ाना पड़ रहा है, जहां मनमानी फीस वसूल करते हैं। ऐसे में राजकीय डिग्री कॉलेज की स्थापना आवश्यक है।
मुस्ताक अहमद फोटो-13पीआइएलपी-7
राजकीय डिग्री कॉलेज की काफी समय से मांग है। उच्च शिक्षा में क्षेत्र काफी पिछड़ा हुआ है। आस पास कहीं कोई महाविद्यालय नहीं है। ऐसे में बच्चों को सितारगंज में पढ़ने के लिए डिग्री कॉलेज जाना पड़ता है।
बलजीत सिंह फोटो-13पीआइएलपी-8
प्राइवेट डिग्री कॉलेज खुले हुए हैं, जो कमाई का जरिया बन गए हैं। इन कालेजों में योग्य शिक्षक नहीं है। पढ़ाई के नाम पर मनमानी फीस लेते हैं। रकारी महाविद्यालय की अत्यंत आवश्यकता है। इस पर ध्यान देना चाहिए।
तनवीर अहमद