तीन घंटे में दोगुने हो जाते फल व सब्जी के दाम
थोक मंडी में करीब तीन घंटे की मेहनत और इसके बाद दाम दूने।
जेएनएन, शाहजहांपुर : थोक मंडी में करीब तीन घंटे की मेहनत और इसके बाद दाम दूने। प्रशासन ने सब्जी व फलों के खुदरा दाम भी निर्धारित कर रखे हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में ग्राहक ठगे जा रहे हैं। सब्जियों के भाव रोजाना बदलने का भी विक्रेताओं को पूरा लाभ मिल रहा है।
किसान की तीन महीने की मेहनत पर भारी तीन घंटे
आलू, प्याज, टमाटर समेत हरी सब्जियों की पैदावार में किसानों को दो से तीन माह का समय लगता है। तब जाकर जो भाव थोक मंडी में मिलता, सब्जी विक्रेता तीन घंटे की मेहनत के बाद खुदरा में वह कीमत प्राप्त कर लेते हैं।
खीरा, तरबूज समेत फलों का भी यही हाल
थोक में खीरा 500 से 600 रुपये क्विटल बिक रहा है। लेकिन फुटकर में भाव 1000 रुपये है। इसी तरह खरबूजा का भाव 2000 से 2500 रुपये प्रति क्विटल का है लेकिन फुटकर में 40 से 45 रुपये किलो में मिल रहा है। 20 किलो की अंगूर की पेटी 400 से 450 रुपये मिल जाती है, लेकिन खुदरा में भाव 40 से 45 रुपये किलो का है। अन्य सब्जियों के भाव का भी यही हाल है।
सब्जियों के दाम पर एक नजर प्रति क्विटल रुपये में
सब्जी, फल : थोक दाम - फुटकर
आलू : 1400 - 2000
प्याज : 1100 - 2000
टमाटर : 1200 - 2400
केला : 25 रुपये दर्जन - 40 रुपये दर्जन
वर्जन::::
प्रशासन ने सब्जियों के मूल्य निर्धारित कर रखे हैं। हालांकि सब्जी का भाव रोजाना बदलता है। जागरूकता से ही ग्राहकों को उचित दाम पर सब्जी, फल मिल सकते हैं। 112 पर शिकायत करके मदद भी ली जा सकती है।
नवीन कुमार कोहली, मंडी सचिव