आय दोगुनी करने और टिकाऊ खेती के बताए तरीके
पीलीभीत : जिलेभर के प्रत्येक न्याय पंचायत के एक गांव में किसान पाठशाला आयोजित करने का काम शुरू कर दि
पीलीभीत : जिलेभर के प्रत्येक न्याय पंचायत के एक गांव में किसान पाठशाला आयोजित करने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रथम चरण के पहले दिन किसान पाठशाला में आयु दोगुनी करने और टिकाऊ खेती के बारे में जानकारी दी गई। महिला व पुरुष किसानों ने बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। कृषि अधिकारियों ने किसान पाठशाला का निरीक्षण किया।
खेती से प्रत्येक किसान समृद्ध बने। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। खेती में किसानों से सह फसली खेती करने के लिए कहा जा रहा है, जिसके सार्थक परिणाम निकले हैं। जनपद की प्रत्येक न्याय पंचायत के एक गांव में प्रथम चरण में तीन दिवसीय किसान पाठशाला का आयोजन शुरू कर दिया गया है। उप कृषि निदेशक अनिल कुमार तिवारी ने ललौरीखेड़ा के सुंदरपुर गांव में लगी किसान पाठशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि किसान पाठशाला काफी अच्छा कार्यक्रम है, जिसमें किसानों को आय दोगुनी करने के बारे में जानकारी दी जा रही है। फसलें बोने से पहले मिट्टी की जांच जरूर करा लें, जिससे किसी प्रकार के नुकसान से बचा जा सकेगा। टिकाऊ खेती के लिए हरी खाद, वर्मी कंपोस्ट, जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए, जिससे मृदा का स्वास्थ्य बेहतर रहता है। खेत में फसल अवशेष को किसी भी दशा में नहीं जलाना चाहिए। ¨सचाई कर अवशेष को सड़ाने की कोशिश करनी चाहिए। उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी ऋतुषा तिवारी ने पूरनपुर के मल्लपुर और उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी डॉ.शुभंजना पांडेय ने ललौरीखेड़ा के गांव अजीत डांडी में किसान पाठशाला का निरीक्षण किया और किसानों से बातचीत की। कृषि पाठशाला में 3615 किसानों ने भाग लिया, जिसमें 294 महिलाएं शामिल हैं। पाठशाला में कृषि, उद्यान, पशुपालन, मत्स्य, एकीकृत खेती प्रणाली के बारे में जानकारी दी गई। इस मौके पर बीटीएम और प्राविधिक सहायक समेत किसान मौजूद रहे।