कोटेदार ने शुरू की तहसील में भूख हड़ताल
एक माह पूर्व विकास खंड क्षेत्र के ग्राम परसिया में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता के चयन के लिए आयोजित खुली बैठक में सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह के नाम कोटा निर्विरोध हुआ था। मौके पर ही उन्हें प्रमाण पत्र भी दे दिया गया कितु स्वीकृत कोटे के बाद जब गहनता से अधिकारियों ने देखा तो समूह की अध्यक्ष की उम्र कोटा आवंटित होने वाले पात्र से कम निकली जिसके पश्चात कोटे के आवंटन पर प्रतिबंध लगा दिया था।
पीलीभीत,जेएनएन : एक माह पूर्व विकास खंड क्षेत्र के ग्राम परसिया में सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता के चयन के लिए आयोजित खुली बैठक में सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह के नाम कोटा निर्विरोध हुआ था। मौके पर ही उन्हें प्रमाण पत्र भी दे दिया गया, कितु स्वीकृत कोटे के बाद जब गहनता से अधिकारियों ने देखा तो समूह की अध्यक्ष की उम्र कोटा आवंटित होने वाले पात्र से कम निकली, जिसके पश्चात कोटे के आवंटन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस मामले को लेकर समूह की अध्यक्ष ने तहसील प्रांगण में भूख हड़ताल शुरू कर दी।
ग्राम परसिया के कोटेदार की ओर से अनियमितताएं बरतने के कारण कोटा निलंबित कर दिया गया था,जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया। 28 सितंबर को खंड विकास अधिकारी डा. सुनील कुमार वर्मा की अध्यक्षता में गांव में कोटेदार के चयन के लिए खुली बैठक कराई गई। सरस्वती महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष रिकी देवी के नाम निर्विरोध कोटा हो गया था। जिसका प्रमाण पत्र भी उन्होंने प्राप्त कर लिया था। अभिलेखों की जांच में नामित कोटेदार की उम्र मानक से कम मिली तो कोटे का आवंटन निरस्त कर दिया गया। कोटा निरस्त होने से खिन्न होकर नामित कोटेदार रिकी देवी ने सोमवार को तहसील प्रांगण में भूख हड़ताल शुरू कर दी। सूचना मिलते ही तहसीलदार आशुतोष कुमार, प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार शर्मा को साथ लेकर पहुंच गए। उन्होंने रिकी को उसकी उम्र के प्रमाण पत्र में मानक से कम उम्र पाने पर कोटा निरस्त करने की बात बताकर उसे भूख हड़ताल से उठा दिया।