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जाति प्रमाणपत्र न बनने से बढ़ी परेशानी

बाढ़ शरणालय में एक दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों ने स्कूली बच्चों के अभिभावकों के जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहे हैं।

By JagranEdited By: Published: Tue, 07 Aug 2018 12:03 AM (IST)Updated: Tue, 07 Aug 2018 12:03 AM (IST)
जाति प्रमाणपत्र न बनने से बढ़ी परेशानी

रमनगरा (पीलीभीत) : बाढ़ शरणालय में एक दर्जन से अधिक ग्राम प्रधानों ने स्कूली बच्चों के अभिभावकों के साथ में एक बैठक की, जिसमें बंगाली समाज के लोगों को अनुसूचित जाति का छात्रवृत्ति के लिए जाति प्रमाण पत्र का ऑनलाइन आवेदन होना बंद होने पर ¨चता जताई गई। बच्चों को स्कॉलरशिप नहीं मिल पा रही है।

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इस बात को लेकर रमनगरा पूरे तराई क्षेत्र के ग्राम प्रधान तथा उनके बच्चे अभिभावक ने रमनगरा बाढ़ शरणालय में बैठक कर तय किया कि एक शिष्टमंडल सोमवार को जिलाधिकारी से मुलाकात करेगा। अनुसूचित जाति के जाति प्रमाण पत्र के लिए ऑनलाइन आवेदन तथा बंगाली समाज के लोग मतदाताओं के मतदान से वंचित रह जाने का मामला रखेंगे। जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे। बंगाली समाज के लोगों का कई मामले में वंचित रह जाना एक बहुत ही कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है। वर्तमान समय की स्थिति में जिसका जन्म इसी जिले में हुआ है तथा उनकी आयु 18 वर्ष पार कर चुका है वह भी मतदाता बनने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। लगातार बीएलओ ऐसे लोगों का मतदाता फार्म भरवा कर जमा तो करवा रहे हैं ¨कतु पिछले 10 साल से किसी भी व्यक्ति का वोटर कार्ड नहीं बन पाए हैं।


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