शारदा की जद में आए पेड़ों को तार बांधकर बचाने का प्रयास
शारदा नदी फसलों के साथ ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व का बेशकीमती जंगल भी उजाड़ रही है। करीब 40 हेक्टेयर जंगल पेड़ों समेत नदी की भेंट चढ़ चुका है। अधिकारियों ने जंगल नदी में कटने को लेकर पेड़ों की बंधाई कराने के निर्देश दिए हैं।
संस, पूरनपुर (पीलीभीत):
शारदा नदी फसलों के साथ ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व का बेशकीमती जंगल भी उजाड़ रही है। करीब 40 हेक्टेयर जंगल पेड़ों समेत नदी की भेंट चढ़ चुका है। अधिकारियों ने जंगल नदी में कटने को लेकर पेड़ों की बंधाई कराने के निर्देश दिए हैं। मंगलवार से पेड़ों का रस्सी और तार से बंधाई कराना शुरू कर दिया गया है।
राहुलनगर की आबादी क्षेत्र को शारदा नदी ने काटने के साथ ही फसलों समेत जमीन को भी उजाड़ कर रख दिया है। कटान से पीलीभीत टाइगर रिजर्व का जंगल भी अछूता नहीं रह गया है। राहुलनगर, चंदिया हजारा, खिरकिया बरगदिया आदि क्षेत्र में खड़ा पीटीआर के जंगल का काफी अधिक हिस्सा कट कर शारदा में विलीन हो गया है। अधिकारियों ने जंगल के बढ़ते कटान को लेकर अभी तक किसी प्रकार से बचाव कार्य शुरू नहीं किया था। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने बेशकीमती जंगल के कटान को लेकर सोमवार को बैठक की थी जिसमें अधिकारियों को जंगल बचाने के निर्देश थे। सोमवार की शाम को डीएफओ नवीन खंडेलवाल ने राहुलनगर क्षेत्र में खड़े जंगल का मुआयना किया। उन्होंने अधीनस्थों को शीघ्र ही रस्सी और तार के सहारे छोटे छोटे पेड़ों का समूह बनाकर उसकी बंधाई कराने के निर्देश दिए। मंगलवार से उसकी बंधाई शुरू करा दी गई है। हरीपुर वन क्षेत्राधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि अब तक 40 हेक्टेयर के करीब जंगल नदी में समा चुका है। मंगलवार से पेड़ों की बंधाई रस्सी और तारों से शुरू करा दी गई है।