जंगल में जलभराव, भरे पानी में हो रही गश्त
भारी बारिश से शहर, गांव और नदी तट किनारे के क्षेत्र ही नहीं टाइगर रिजर्व तक में जलभराव हो गया है।
पीलीभीत : भारी बारिश से शहर, गांव और नदी तट किनारे के क्षेत्र ही नहीं टाइगर रिजर्व तक में बुरी तरह जलभराव है। बाहरी रेंज से लेकर भीतर जंगल तक में जगह-जगह पानी भरा है। कीचड़ है। बाघ और वन्य जीवों की रक्षा और नियमित निगरानी के लिए कर्मचारियों को इसी भरे पानी और कीचड़ में गश्त करनी पड़ रही है।
टाइगर रिजर्व के जंगल में मानसून सत्र की शुरुआत में ही फील्ड डायरेक्टर डॉ. एच राजामोहन और उपनिदेशक आदर्श कुमार ने महोफ रेंज के जंगल का पैदल गश्त कर निरीक्षण किया था। वन क्षेत्र की दिक्कतें और वन कर्मियों के वॉच प्वाइंट भी देखे थे। मानसून के दौरान जीवों के अक्सर बाहर विचरण करने के कारण शिकारियों के घुसपैठ करने की आशंका रहती है। वहीं पानी के अंदर वाले जीवों से गश्त के दौरान हमले का खतरा भी रहता है। इससे बचने के लिए कर्मचारियों को पिछले दिनों ही मानसून गश्त की किट व सामान वितरित किया गया। इसी की मदद से गश्त की जा रही है। फील्ड डायरेक्टर का कहना है कि जंगल के अंदर पानी भरे होने से दिक्कत तो होती है, लेकिन मानसून पेट्रो¨लग नियमित की जा रही है। इससे वन और वन्यजीव सुरक्षा की जानकारी मिल जाती है। झमाझम बारिश से लबालब सरकारी दफ्तर
जीटीआइ दफ्तर : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर बारिश के बाद लबालब भर गया। आइटीआइ में पढ़ने जाने वाले छात्र-छात्राओं को पानी में होकर क्लास रूम तक पहुंचना पड़ा। डीआइओएस दफ्तर : टनकपुर हाइवे के किनारे डीआइओएस दफ्तर स्थित है। कई घंटों की झमाझम बरसात होने से डीआइओएस दफ्तर परिसर में पानी ही पानी नजर आ रहा था। पीलीभीत रेलवे स्टेशन : रेलवे स्टेशन का पूरा परिसर पानी से लबालब नजर आया, जिससे ट्रेन आने के बाद यात्रियों को प्लेटफार्म तक पहुंचन में बहुत पर शानी हुई। एलएच चीनी मिल : स्टेशन रोड स्थित चीनी मिल परिसर में कई फिट पानी भर गया, जो मिल के क्वार्टर तक पहुंच गया। पानी अधिक होने की वजह से वाहन भी आधे डूब गए। दूरसंचार प्रबंधक दफ्तर : दूरसंचार जिला प्रबंधक कार्यालय परिसर में जलभराव अधिक होने की वजह से कर्मचारियों और आम जनता को आवागमन में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसी ही स्थिति डाकघर के पार्क की रही। रामलुभाई साहनी कालेज : रामलुभाई साहनी राजकीय महिला महाविद्यालय के सीमेंट मार्ग पर कई फिट जलभराव रहा। मुख्य रोड से सांई मंदिर जाने वाले मार्ग पर पैदल निकलना खतरे से खाली था। देवहा में छोड़ा गया 23353 क्यूसेक पानी
पीलीभीत : डयूनी डाम से 12 अगस्त शाम 6 बजे 7230 क्यूसेक पानी रिलीज किया गया। 13 अगस्त सुबह 6 बजे 15576 क्यूसेक दोपहर दिन में 2 बजे तक कुल 23353 क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है। पानी अभी खतरे के निशान से नीचे चल रहा है। एसडीओ एनएल आर्या ने बताया देवहा नदी में कुल 30000 हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने की क्षमता है। बरसात होने का अभी भी मौसम बना हुआ है, अगर पहाड़ी क्षेत्र में और बारिश होती है और देवहा नदी में 30 हजार क्यूसेक से अधिक पानी रिलीज किया जाता है तब हाई अलर्ट कर दिया जाएगा जिससे देवहा नदी के किनारे के गांव सहित पीलीभीत के कुछ मुहल्लों में पानी घुस सकता है।