राहुलनगर में एक घर शारदा नदी में समाया
संस पूरनपुर (पीलीभीत) राहुलनगर में नदी अब जमकर कहर बरपाना शुरू कर दिया है।
संस, पूरनपुर (पीलीभीत) : राहुलनगर में नदी अब जमकर कहर बरपाना शुरू कर दिया है। नदी ने एक ग्रामीण का और घर आगोश में लेकर उसे मिटा दिया है। नदी की धार गांव तरफ होने से अब राहुलनगर पर कटान का खतरा मंडराने लगा है। नदी आबादी तक पहुंच गई है। बचाव कार्य नदी के कहर को नहीं रोक पा रहे हैं। इसके चलते ग्रामीणों में उजड़ने का भय बना हुआ है। कुछ ग्रामीण अपने घरों को भी तोड़ने में लगे हुए हैं।
इसबार नदी राहुलनगर के ग्रामीणों पर नदी संकट बनकर टूट पड़ी है। एक माह से नदी फसलों सहित जमीनों को काटकर अपने आगोश में ले रही है। अब तक सैकड़ों एकड़ भूमि नदी की भेंट चढ़ चुकी है। नदी का कहर अभी भी जारी है। पानी का स्तर घटते ही नदी गांव तक आ गई है। राहुल नगर निवासी गुलजारी लाल ने कटान के भय से अपना घर तोड़ लिया था। मलवा आदि मंगलवार को रात के समय नदी में समा गया। उनके पड़ोस में रहने वाले सईद शहनबाज का घर भी सोमवार की रात दो बजे के करीब नदी में समा गया। बेहद तेजी से कटान होने पर राहुलनगर के बाद वाशिदे भयभीत हो उठे हैं। नदी ने गांव तरफ रुख कर दिया है। गांव से सटी हुई नदी कटान करते हुए बह रही है। अगर इसी तरह नदी कटान करती रही तो गांव का शीघ्र ही अस्तित्व मिट जाएगा। ग्रामीणों के लिए रहने और खेती की जमीन का संकट खड़ा हो जाएगा। हालांकि अब तक नदी ने जिन किसानों की जमीन काटकर अपने आगोश में ले ली है वह किसान भूमिहीन होने के कगार पर आ गए हैं। नदी के बढ़ते रौद्र रूप को बचाव कार्य नहीं रोक पा रहा है। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी लगातार बचाव कार्य कराने में जुटे हुए हैं। बांस के क्रेट में रेत के कट्टे डालकर किनारे पर लगाया जा रहा है जिससे नदी की धार को रोका जा सके। अब लगातार घरों का कटान होने से ग्रामीण अपने अपने घरों को हटाने में जुटे हुए हैं। 50 हजार क्यूसेक चल रहा पानी
नदी में बनबसा बैराज से 50 हजार क्यूसेक के करीब पानी छोड़ा गया है जो निरंतर चल रहा है। हालांकि नदी में पानी कम है लेकिन राहुलनगर में फिर भी कटान तेजी के साथ हो रहा है। नदी की धार सीधे गांव तरफ आने से कटान नहीं रुक पा रहा है। मजदूरों के साथ ही ग्रामीण भी कटान रोकने में सहयोग कर रहे हैं।
अब तक नदी निगल चुकी दो घर
नदी अब तक दो घरों को निकल चुकी है। सबसे पहले उसने गुलजारी लाल और इसके बाद सोमवार की रात शहीद शहनबाज खान के घर को अपने आगोश में ले कर मिटा दिया। अन्य घर भी नदी के निशाने पर है। जल्द ही यहां भी कटान शुरू होने की आशंका है। ग्रामीण नदी के रुख को देखकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं। रात में होता है अधिक कटान
शारदा नदी का दिन छिपते ही दूसरा रूप शुरू हो जाता है। दिन में हल्का कटान होता है। रात होते ही कटान बेहद तेजी से शुरू हो जाता है। पहले प्रशासनिक अधिकारी दोनों ग्रामीणों के घर सुरक्षित होने की बात कहते रहे लेकिन रात होते ही वह दोनों घर नदी में समा गए। नदी का रूख राहुलनगर गांव तरफ हो गया है। लगातार बांस की क्रेट में रेत के कट्टे तीन मीटर पर लगाए जा रहे हैं। इसके बाद भी कटान नहीं रुक पा रहा है। सोमवार की रात नदी ने शहीद शहनबाज का घर भी काट दिया। बाढ़ खंड के अधिकारियों के साथ लगातार बचाव कार्य कराए जा रहे हैं। जल्द कटान रुकने की संभावना है।
-चंद्रभानु सिंह, उपजिलाधिकारी
पूरनपुर