पीलीभीत में गन्ना किसानों को नहीं मिल रही पर्ची
पूरनपुर सहकारी चीनी मिल से जुड़े कई गन्ना किसानों को अभी तक एक भी पर्ची नहीं मिल पा रही है। इसके चलते किसानों के खेत समय से नहीं खाली हो पाएंगे और गेहूं की बोआई से भी उन्हें वंचित रहना पड़ सकता है।
पीलीभीत, जेएनएन: पूरनपुर सहकारी चीनी मिल से जुड़े कई गन्ना किसानों को अभी तक एक भी पर्ची नहीं मिल पा रही है। इसके चलते किसानों के खेत समय से नहीं खाली हो पाएंगे और गेहूं की बोआई से भी उन्हें वंचित रहना पड़ सकता है।
सहकारी चीनी मिल का शुभारंभ हुए एक सप्ताह बीत चुका है। सभी क्रय केंद्रों से गन्ने की आपूर्ति भी शुरू हो गई है। अभी तक एक भी पर्ची कई गांवों के किसानों को प्राप्त नहीं हो सकी है। जबकि एक पर्ची देने का प्रावधान है। किसानों ने बताया कि समय से पर्ची न मिल पाने के कारण उनके खेत खाली नहीं हो पाएंगे। इससे लेट वैरायटी के गेहूं की बोआई भी करने से वंचित रह जाएंगे। किसानों ने शीघ्र ही समानुपातिक तरीके से पर्चियों की आपूर्ति कराए जाने की मांग की है, जिससे उन्हें सहूलियत मिल सके। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक संजय श्रीवास्तव ने बताया कि कैलेंडर के अनुसार पर्ची जारी की जा रही है। नियमानुसार 45 दिन में पर्ची देने का प्रावधान है। जिन किसानों की सिर्फ एक पर्ची है, उन्हें शीघ्र इसका लाभ दिया जाएगा।
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खेत में पेड़ी गन्ना खड़ा हुआ है। अभी तक एक भी पर्ची नहीं मिली है। इससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अशोक राठौर
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समय रहते अगर गन्ने की पर्ची मिल जाती तो खेत खाली हो जाता और उसमें लेट बैरायटी के गेहूं की बोआई कर देता।
रामऔतार शर्मा
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पिछली बार मिल पेराई के शुरू में ही पर्ची प्राप्त हो गई थी। समय से खेत खाली हो गया था, लेकिन इसबार नहीं हो पाएगा।
सत्य प्रकाश
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सभी किसानों को समानुपातिक तरह से पर्ची जारी की जानी चाहिए, जिससे उनका भी गन्ना चीनी मिल को दिया जा सके।
राकेश कुमार