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क्रेशरों पर गन्ना बेचकर घाटा उठा रहे किसान

बीसलपुर किसान सहकारी चीनी मिल का पेराई सत्र का शुभारंभ होने के बाद भी क्षेत्र में गन्ना क्रेशरों पर किसानों का गन्ना कम दामों में खरीद कर शोषण किया जा रहा है। वहीं संबंधित विभागीय अधिकारी इस ओर से चुप्पी साधे हुए हैं।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 10:53 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 10:53 PM (IST)
क्रेशरों पर गन्ना बेचकर घाटा उठा रहे किसान
क्रेशरों पर गन्ना बेचकर घाटा उठा रहे किसान

पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर किसान सहकारी चीनी मिल का पेराई सत्र का शुभारंभ होने के बाद भी क्षेत्र में गन्ना क्रेशरों पर किसानों का गन्ना कम दामों में खरीद कर शोषण किया जा रहा है। वहीं संबंधित विभागीय अधिकारी इस ओर से चुप्पी साधे हुए हैं।

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क्षेत्र में कोल्हू व्यापारियों ने दो माह पहले से कोल्हुओं पर गन्ने की पेराई शुरू कर गुड़ व राब बनाना शुरू कर दिया है। इन कोल्हुओं पर क्षेत्रीय गन्ना कृषक जरूरतमंद होकर अपने गन्ना बेचने प्रतिदिन आते हैं। कोल्हू स्वामी मौके का फायदा उठाकर उनका गन्ना 160 रुपये से 170 रुपये कुंतल तक खरीद रहे हैं। साथ ही क्षेत्र में तमाम कोल्हू स्वामी बांटों से गन्ने को न तौलकर पत्थर के बांट बनाकर ग्रामीणों का गन्ना तौलकर उसमे में भारी बचत कर रहे हैं फिर भी इस ओर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।

कोल्हू स्वामियों ने अपने कोल्हुओं को शुरू कर गन्ने की भारी खरीद करते हुए गुड़ व राब बनाना शुरू कर दी है। जरूरतमंद गन्ना कृषक इन कोल्हुओं पर अपना गन्ना औने पौने दामों में तौलवाने को मजबूर हैं। उनका कहना है कि लाकडाउन के चलते उनके अन्य काम बंद हो गए। जिसके कारण उन्हें आर्थिक तंगी से जूझना पड़ रहा है। दूसरी ओर उन्होंने फसल तैयार करने के लिए उसमे खाद पानी लगाने के लिए जो पैसा लोगों से उधार लिया था। वह भी उन्हें निपटाना है। इसी कारण वह अपने गन्ने को कोल्हुओं पर कम दामों में बेचने के लिए मजबूर हैं। कोल्हू पर गन्ना तुलवाने आने वाले जब गन्ना कृषकों को गन्ने के दाम तो सरकारी दामों से आधे ही मिल पा रहे हैं साथ ही उनके साथ यह कोल्हू स्वामी छल करते हुए उनके गन्ने को पत्थर के बांटों से तौलकर अधिक मात्रा में गन्ना ले रहे हैं। गन्ना सोसायटी के सचिव आरपी कुशवाह ने बताया कि कोल्हुओं पर किसानों के हो रहे उत्पीड़न की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।


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