खेतों में कपड़ा बांधकर बचा रहे फसल
शासन द्वारा जनपद के जंगलों को टाइगर रिजर्व घोषित कर वन्यजीवों को सुरक्षित करने के साथ ही उसके विकास का खाका खींचना शुरू कर दिया गया था। इस बीच कई काम हुए लेकिन सबसे मुख्य तार फेंसिग का काम नहीं हो सका। वन विभाग वन क्षेत्र के जीवों के लिए गंभीर नहीं है।
संवाद सूत्र, घुंघचाई (पीलीभीत) : शासन द्वारा जनपद के जंगलों को टाइगर रिजर्व घोषित कर वन्यजीवों को सुरक्षित करने के साथ ही उसके विकास का खाका खींचना शुरू कर दिया गया था। इस बीच कई काम हुए लेकिन सबसे मुख्य तार फेंसिग का काम नहीं हो सका। वन विभाग वन क्षेत्र के जीवों के लिए गंभीर नहीं है। अभी तक क्षेत्र के माला रेंज, दियोरिया रेंज के अलावा जनपद शाहजहांपुर से समायोजन में मिले वन क्षेत्र की तार फेंसिग नहीं कराई गई है। आए दिन जंगली जानवर जंगल से बाहर आकर काश्तकारों की फसलों को बर्बाद कर रहे हैं। इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कई बार ग्रामीणों ने इस समस्या से निजात पाने को मांग पत्र भी दिए लेकिन विभाग द्वारा आज तक इन पर ध्यान नहीं दिया गया। जंगल किनारे खेतों की कपड़ा बांधकर सुरक्षा की जा रही है। किसानों ने शीघ्र तार फेंसिग कराने की मांग की है। हमारी सभी जमीन जंगल के किनारे हैं। वन विभाग द्वारा तार फेंसिग अभी तक नहीं कराई गई है। इससे जंगली जानवर खेतों में पहुंचकर फसल को भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं। लोगों ने कई बार तार फेंसिग कराए जाने की मांग की लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया। जंगल के किनारे रहने वाले ग्रामीणों को जंगल में जाने पर भले ही मनाही हो लेकिन किसानों के खेत में जानवर आकर नुकसान पहुंचा रहे हैं। इस पर रोक लगे।
-संतोष मौर्य
अभयपुर माधोपुर गांव जंगल के किनारे बसा हुआ है। यहां के ग्रामीण जंगली जानवरों से काफी परेशान हैं। बंदर नीलगाय सूअर के अलावा अन्य जानवर किसानों की फसलें नष्ट कर रहे हैं। विभाग तार फेंसिग नहीं करा रहा है। बड़ी समस्या है कोई सुनने को तैयार नहीं। इस पर अमल होना चाहिए।
कुलवीर सिंह
पहले खुटार रेंज के अंतर्गत जनपद शाहजहांपुर में पड़ने वाला जंगल अब जिला पीलीभीत में आ चुका है। यहां मुकम्मल व्यवस्थाएं आज तक नहीं की गई है। जंगल के किनारे मेरे खेत हैं जहां पर जंगली जानवर आकर के फसलों को नुकसान कर रहे हैं। कोई सुनने को तैयार नहीं है। तार फेंसिग होनी चाहिए।
राजबहादुर वर्मा
सपा शासनकाल में जनपद के जंगल टाइगर रिजर्व चयनित किए गए थे। तब बेहतर व्यवस्था शुरू हुई थी लेकिन अभी तक काश्तकारों की हितैषी सरकार जंगलों के किनारे तार फेंसिग कराने में नाकाम रही है। यहां तक कि जंगल के किनारे तार फेंसिग नहीं कराई गई। काश्तकारों की फसलें बर्बाद हो रही हैं।
कुलविदर सिंह