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रास्ते में बाघ को बैठा देखकर बाइक सवार किसान भागा

शिकार की तलाश में जंगल से बाहर आने वाले वन्यजीव ग्रामीणों के लिए खतरा बने हैं। माधोटांडा गांव के निकट खारजा नहर की पटरी को कई दिनों से बाघ बाघिन ने आश्रय स्थल बना रखा था। मंगलवार की सुबह बराही क्षेत्र में बाइक से खेत जा रहा किसान बाघ को देखकर घबरा गया। भागकर अपनी जान बचाई। गन्ना सेंटर के चौकीदार ने भी बाघ को घूमते देखा।

By JagranEdited By: Published: Tue, 24 Nov 2020 11:32 PM (IST)Updated: Tue, 24 Nov 2020 11:32 PM (IST)
रास्ते में बाघ को बैठा देखकर  बाइक सवार किसान भागा
रास्ते में बाघ को बैठा देखकर बाइक सवार किसान भागा

पीलीभीत,जेएनएन : शिकार की तलाश में जंगल से बाहर आने वाले वन्यजीव ग्रामीणों के लिए खतरा बने हैं। माधोटांडा गांव के निकट खारजा नहर की पटरी को कई दिनों से बाघ बाघिन ने आश्रय स्थल बना रखा था। मंगलवार की सुबह बराही क्षेत्र में बाइक से खेत जा रहा किसान बाघ को देखकर घबरा गया। भागकर अपनी जान बचाई। गन्ना सेंटर के चौकीदार ने भी बाघ को घूमते देखा।

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बराही रेंज के जंगल से बाहर आने वाले वन्यजीवों से किसानों को खतरा बना रहता है। हर वर्ष किसानों के कई मवेशी वन्यजीवों का शिकार बन जाते हैं। माधोटांडा के निकट खारजा नहर किनारे बाघ बाघिन अपने शावकों के साथ आश्रय ले रखा था। मार्ग किनारे खड़ी झाड़ियों की सफाई न होने से बाइक सवार राहगीरों को खतरा बना रहता है।अक्सर बाघ झाड़ियों में छिप कर बैठ जाता है। सुबह करीब छह बजे बराही निवासी किसान इंद्रजीत सिंह बाउंड्रीवाल वाले फार्म से खेत जा रहे थे। जब वह अपने फार्म हाउस से पक्की सड़क पर बढ़े, तभी कुछ दूरी पर उन्होंने बाघ को सामने बैठा देखा। बाघ को देखकर उन्होंने बाइक वापस फार्म हाउस की तरफ भगाकर जान बचाई। बाघ के होने की जानकारी घर वालों व अन्य लोगो को दी। बराही में स्थित गन्ना सेंटर के चौकीदार अनवर शाह ने भी बाघ को सेंटर के निकट घूमते देखा। पिछले साल बाघ ने बराही में एक किसान की गोशाला में घुसकर बछड़े को शिकार बनाया था।

बाघ ने खेत में नीलगाय का किया शिकार

संसू, गजरौला : ढेरम भंडरिया निवासी राकेश कुमार के खेत में प्रात: करीब चार बजे माला रेंज के जंगल से निकलकर बाघ जा पहुंचा। खेत में घूम रहे नीलगाय को झपट्टा मारकर दबोच लिया, इसके बाद बाघ ने गन्ने के खेत में ले जाकर नीलगाय का शिकार कर लिया। सुबह जब ग्रामीणों ने नीलगाय का शव खेत में पड़ा देखा तो वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। नीलगाय के शव को गड्ढे में दफना दिया गया। जंगल से सटे माला कालोनी, रामनगरिया, सिरसा सरदाह, महुआ आदि के खेतों में अक्सर बाघ पहुंच जाता है। इस समय गन्ना की कटाई और गेहूं की बुवाई का समय चल रहा है। ऐसे में किसानों को बड़ा सतर्क होकर खेतों पर काम करना पड़ रहा है। वन दारोगा मोहम्मद आरिफ ने बताया कि बाघ ने नीलगाय का शिकार किया है। टीम लगाकर बाघ की मानीटरिग कराई जा रही है।


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