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हाईवे पर पोल टूटा, आधे शहर की बिजली गुल

भारी वाहन की टक्कर लगने से पोल टूटकर तिरछा हो गया और बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। लगभग आधे शहर की बिजली गुल हो गई। ऐसे में उमस भरी गर्मी के चलते बगैर बिजली उपभोक्ता बेचैन रहे। पूरी रात करवट बदलते कटी। सुबह बिजली के अभाव में पानी की मोटरें भी नहीं चलीं। इससे लोगों की दिक्कतें और बढ़ गईं।

By JagranEdited By: Published: Sat, 08 Aug 2020 11:00 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 11:00 PM (IST)
हाईवे पर पोल टूटा, आधे शहर की बिजली गुल
हाईवे पर पोल टूटा, आधे शहर की बिजली गुल

पीलीभीत,जेएनएन : भारी वाहन की टक्कर लगने से पोल टूटकर तिरछा हो गया और बिजली लाइनें क्षतिग्रस्त हो गईं। लगभग आधे शहर की बिजली गुल हो गई। ऐसे में उमस भरी गर्मी के चलते बगैर बिजली उपभोक्ता बेचैन रहे। पूरी रात करवट बदलते कटी। सुबह बिजली के अभाव में पानी की मोटरें भी नहीं चलीं। इससे लोगों की दिक्कतें और बढ़ गईं।

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टनकपुर हाईवे पर संजय रॉयल पार्क के निकट लगे बिजली के पोल में रात करीब दस बजे किसी भारी वाहन ने टक्कर मार दी। इससे पोल तिरछा हो गया और लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गईं। लाइनें क्षतिग्रस्त होते ही निरंजन कुंज कॉलोनी, अवध नगर, एकता नगर, अंबेडकर नगर, अशोक कॉलोनी, स्टेडियम रोड आदि स्थानों की बिजली गुल हो गई। अचानक बिजली गुल हो जाने से लोग सोते से जाग गए। पहले काफी देर तक लोग बिजली ाने का इंतजार करते रहे। उन्हें लगा कि कहीं छोटा-मोटा फाल्ट हुआ होगा, लाइन दुरुस्त कराकर विभाग के अधिकारी आपूर्ति सुचारू करा देंगे मगर सुबह तक बिजली नहीं आई। ऐसे में उमस भरी गर्मी के बीच तमाम लोग सो नहीं सके। सुबह भी बिजली नहीं आने से घरों में लगीं पानी की मोटरें भी नहीं चलीं। इन्वर्टर भी डिस्चार्ज हो गए। उधर रामलीला रोड सब स्टेशन से जुड़े नौगवां चौराहा, गैस चौराहा, नई बस्ती में भी कई घंटे बिजली गुल रही। सुबह आवास विकास कॉलोनी में भी आपूर्ति ठप होने से लोग काफी परेशान रहे। फाल्ट दुरुस्त होने और निरंजन कुंज फीडर को वैकल्पिक व्यवस्था करके चालू किए जाने के बाद भी शाम तक हर दस-पंद्रह मिनट के अंतराल पर बिजली ट्रिप करती रही। दूसरा पोल लगाने और लाइनों को उससे पुन: जोड़ने में छह से सात घंटे तक का समय लगने की संभावना है। ऐसे में उपभोक्ताओं की दिक्कतों को देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था करा रहे हैं। बाद में उस पोल की लाइनों को दूसरे पोल से जोड़ा गया। तब बिजली आपूर्ति सुचारू हो सकी।

-अतुल कुमार,एसडीओ शहर


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