डीएम ने सड़क सुरक्षा प्रचार रथ को किया रवाना
परिवहन विभाग की ओर से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ हो गया है। जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर सड़क सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार रथ को रवाना किया।
पीलीभीत,जेएनएन : परिवहन विभाग की ओर से राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ हो गया है। जिलाधिकारी ने हरी झंडी दिखाकर सड़क सुरक्षा के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रचार रथ को रवाना किया।
सोमवार को दोपहर गांधी प्रेक्षागृह में जिलाधिकारी पुलकित खरे एवं पुलिस अधीक्षक जय प्रकाश ने सड़क सुरक्षा माह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपस्थित लोगों को सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों के पालन की शपथ दिलाई गई। सड़क सुरक्षा जागरूकता संदेश देने वाले प्रचार वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह अभियान 17 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान दो जागरूकता वाहन शहर के समस्त मार्गो, चौराहों, सभी तहसील, ब्लाकों, थानों में घूम-घूमकर जन-सामान्य को यातायात नियमों के पालन तथा कोविड-19 से बचाव को जागरूक करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसा क्यों है कि पुलिस-प्रशासन के भरसक प्रयासों के बाद भी जनसामान्य के मध्य जागरूकता उत्पन्न कराने के लिए बार-बार सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजित करना पड़ता है, उसके बाद भी सड़क दुर्घटनाओं में अपेक्षित कमी नहीं आ रही है। उन्होंने कहा कि अधिकांश मामलों में हमें कोई बीमारी होने पर उसका इलाज आदि कराने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है कितु सड़क दुघर्टना होने पर सुरक्षा उपकरण हेलमेट, सीट बेल्ट न पहने होने पर लगने वाली गंभीर चोटों का परिणाम केवल मौत होती है। इलाज करने का समय भी नही मिलता। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से आग्रह किया कि वे स्वयं के साथ अपने मित्रों, परिचितों, स्वजनों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि सड़क दुर्घटनाएं हमारे निजी जीवन के साथ-साथ देश को आर्थिक, सामाजिक क्षति पहुंचाती हैं। अधिकांश सड़क दुर्घटनाओं में 20 से 40 वर्ष आयुवर्ग के व्यक्ति के ऐसे लोगों की जन क्षति होती है जोकि अपने परिवार के एकमात्र कमाऊ सदस्य थे। उनके बाद उनके परिवार की स्थिति दयनीय हो जाती है। इन दुर्घटनाओं के मुख्य कारण ओवर स्पीड, खराब रोड डिजाइनिग, खराब मौसम होते हैं। आजकल वाहन स्वामी ऐसे वाहन दौड़ाते है कि न जाने कौन सी इमरजेंसी है जबकि सड़क पर इमरजेंसी केवल फायर सर्विस, एंबुलेंस, पुलिस-प्रशासन को किसी आपात स्थिति में जान -मान हानि बचाव को होती है। हमें वाहन इस सावधानी से चलाना चाहिए कि दुर्घटना कभी भी-कहीं भी हो सकती है। उन्होंने विगत दिनों में हुई सड़क दुर्घटनाओं के कारण जानने के लिए परिवहन, पुलिस व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को संयुक्त निरीक्षण करने के निर्देश भी दिए। इस अवसर पर यात्री कर अधिकारी राकेश मोहन, एसीएमओ डा. आरके सिंह ने भी विचार व्यक्त किए। आयोजक एआरटीओ अमिताभ राय ने कहा कि राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत अधिकाधिक प्रचार प्रसार करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का हम सबको प्रयास करना चाहिए। कार्यक्रम में एएसपी पवित्र मोहन त्रिपाठी, सीओ सिटी वीरेंद्र विक्रम, यातायात पुलिस के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार सिंह समेत अन्य लोग शामिल रहे।