इस्तीफा देकर भागे तो 14 दिन जेल में रहना होगा
जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कलक्ट्रेट भवन स्थित धान खरीद कंट्रोल रूम का बुधवार को निरीक्षण किया। डीएम ने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए।
पीलीभीत,जेएनएन : जिलाधिकारी पुलकित खरे ने कलक्ट्रेट भवन स्थित धान खरीद कंट्रोल रूम का बुधवार को निरीक्षण किया। डीएम ने किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि धान खरीद में हो रही सख्ती के कारण कई प्रबंधक व अन्य जिम्मेदार लोग इस्तीफा देकर भागने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों पर धारा 151 के तहत प्राथमिकी दर्ज कराकर चौदह दिन के लिए जेल भेजा जाए।
जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ को मोबाइल कांटा लगाकर खरीद कराने के निर्देश दिए। मोबाइल कांटा की व्यवस्था शुरू की जाए जिससे केंद्रों पर जल्द खरीद संभव हो सके। उन्होंने कहा कि जिस केंद्र पर धान की आवक अधिक हो, ऐसी जगहों पर मोबाइल कांटा भेजकर खरीद कराई जाए। लक्ष्य से कम खरीद होने पर कांटा बंद नहीं होगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि 600 क्विंटल के लक्ष्य से कम खरीद होने पर अगर कांटा बंद हुआ तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। सेंटर से धान उठने में अगर परिवहन ठेकेदार या मिल की वजह से समस्या आ रही हो तो तुरंत संबंधित के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराकर कार्रवाई की जाए। सेंटर से हर हाल में समय पर धान उठना चाहिए। प्राइवेट कर्मचारी लगाए जाएं जिनका पारिश्रमिक ठेकेदार वहन करेगा। सभी केंद्रों पर पंखे लगे होने चाहिए। सेंटर प्रभारी अपने स्तर से पंखे खरीदकर लगवाना सुनिश्चित करें। केंद्र पर पहुंचने वाले किसानों को टोकन व्यवस्था से निजात दिलाते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि टोकन व्यवस्था नहीं चलेगी। जो पहले आएगा, उसका धान पहले बिकेगा।
जिलाधिकारी ने मौके पर मौजूद एडीएम वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार सिंह को निर्देश दिया कि दैनिक खरीद में नीचे से दस केंद्र प्रभारियों को प्रतिदिन बैठक के लिए बुलाएं। पहले दिन मौखिक चेतावनी जारी करें। अगले दिन उसमें से दो केंद्र फिर सामने आते हैं तो ऐसे केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध लिखित चेतावनी जारी करें। लगातार तीसरे दिन उसमें से कोई नाम सामने आता है तो केंद्र प्रभारी के विरुद्ध एफआइआर दर्ज कराकर जेल भेजें।
डिप्टी आरएमओ ने जिला प्रबंधक के मुख्यालय छोड़कर जाने की सूचना दी तो डीएम ने कहा कि क्षेत्रीय प्रबंधक को वस्तुस्थिति से अवगत करा दें। अगर जिला प्रबंधक शाम तक वापस नहीं आते हैं तो घर पर पुलिस भेजकर गिरफ्तार कराया जाए। धान खरीद में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।