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खेती व आबादी की भूमि कटने पर होगी कार्रवाई

सर्वाधिक बाढ़ और कटान प्रभावित गांव राणाप्रतापनगर और नहरोसा में बाढ़ खंड की तरफ से कराए जा रहे बचाव कार्यों का जिलाधिकारी ने टीम के साथ पहुंचकर निरीक्षण किया। जमीन और गांव कटने पर बाढ़ खंड के अधिकारियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।

By JagranEdited By: Published: Thu, 06 Jun 2019 10:48 PM (IST)Updated: Thu, 06 Jun 2019 10:48 PM (IST)
खेती व आबादी की भूमि कटने पर होगी कार्रवाई
खेती व आबादी की भूमि कटने पर होगी कार्रवाई

पूरनपुर (पीलीभीत) : सर्वाधिक बाढ़ और कटान प्रभावित गांव राणाप्रतापनगर और नहरोसा में बाढ़ खंड की तरफ से कराए जा रहे बचाव कार्यों का जिलाधिकारी ने टीम के साथ पहुंचकर निरीक्षण किया। जमीन और गांव कटने पर बाढ़ खंड के अधिकारियों को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी।

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जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव टीम के साथ गुरुवार गांव राणाप्रतापनगर पहुंचे। उन्होंने बाढ़ खंड के द्वारा ठेकेदार के माध्यम से कराए जा रहे बचाव कार्य का बारीकी से निरीक्षण किया। बाढ़ खंड के एक्सईएन शैलेष कुमार से हर बिदु पर जानकारी की। निरीक्षण के दौरान क्षेत्र पंचायत राणाप्रतापनगर की बीडीसी सदस्य शशि कला, जनार्दन प्रसाद, मोहम्मद फारूक आदि ग्रामीणों ने कार्य में मानक को दरकिनार कर ठोकर, कटर बनाने का आरोप लगाया। इसपर जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को ग्रामीणों की एक इंच भी जमीन और गांव की आबादी शारदा में कटने पर अंजाम भुगतने के साथ ही कार्य मजबूती से कराने और समय से पूरा कराने की चेतावनी दी। ग्रामीणों ने ठोकर नंबर एक के आगे श्रीनगर सीमा तक बीच में ठोकरें न बनने के कारण शारदा नदी का पानी आने से कटान होने की आशंका जताते हुए डीएम से ठोकर बनवाने की मांग की। उन्होंने ने एक्सईएन को तीन दिन में शीघ्र बचाव कार्य शुरू कराने को कहा। जिला पंचायत सदस्य मंजीत सिंह ने भी मौके पर पहुंच कर बाढ़ बचाव कार्य में ठेकेदार द्वारा लापरवाही और बाढ़ खंड के अधिकारियों द्वारा उदासीनता बरतने की शिकायत की। सुतिया नाला साफ कराने का आदेश

राणाप्रतापनगर बाढ़ बचाव कार्य का निरीक्षण करने के दौरान ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से गांव के बाहर सुतिया नाला पर बने रपटा पुल को ऊंचा कराने और शारदा नदी के सिल्ट से पट गए सुतिया नाला को साफ कराने की मांग की। उन्होंने ने ग्राम प्रधान नीरू सिंह के पति गिरीश सिंह को मनरेगा से सुतिया नाला को तत्काल साफ कराने का निर्देश दिया। एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों को रपटा पुल ऊंचा कराने का कहा। गत वर्षा शारदा नदी के उफान से राणाप्रतापनगर सुतिया नाला पुल महीनों बाढ़ के पानी से भरा रहा। गांव टापू में तब्दील हो गया था और महीनों राणाप्रतापनगर, नहरोसा समेत आसपास के लोगों को नाव से आवागमन करना पड़ रहा था। सीडीओ और बीडीओ न होने पर हुए नाराज

निरीक्षण करने डीएम से जब ग्रामीणों ने सुतिया नाला साफ कराने सहित अन्य समस्याओं की जब जानकारी दी तो जिला अधिकारी ने खंड विकास अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी को आवाज लगाई। मगर दोनों अधिकारी मौके पर न होने के कारण जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की।एसडीएम को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। नहरोसा गांव के ग्राम प्रधान अंजुम बानो के पति पूर्व प्रधान समीउद्दीन ने डीएम से नहरोसा गांव को शारदा नदी के कटान से बचाने और मौका मुआयना कराने की बता कही। डीएम टीम के साथ नहरोसा गांव पहुंचे। शारदा नदी से होने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी की। कुछ दिन पहले हुई थी शिकायत

कुछ दिन पहले क्षेत्र पंचायत राणा प्रताप नगर की सदस्य शशिकला शर्मा ने जिला अधिकारी को पत्र भेजकर कहा था कि बाढ़ खंड के अधिकारियों की उदासीनता के चलते ठेकेदार ठोकर के आस पास स्लोप नहीं लगा रहे हैं। इससे कम पानी के वेग से ही एसी बैग और जिओ बैग गिरताऊ हालत में हो गए हैं। नई स्लोप बनाने से पहले ठोकर के ऊपर जिओ बैग लगाने और परकोपाइन खड़ा करने में ठेकेदार जुटे हुए हैं। यह सब कार्य मानक के विपरीत किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान एसडीएम चंद्रभानु सिंह, नायब तहसीलदार अनुराग सिंह, बाढ़ खंड एक्सईएन शैलेष कुमार, एसडीओ डीएस खोलिया, जेई पीडी मौर्य, राम मोहन चौबे के अलावा गिरीश कुमार सिंह, नंदू प्रसाद सैनी, इंद्रदीप सिंह बटन, हरजिदर सिंह मान, पूर्व प्रधान राधेश्याम राव मौजूद रहे।

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