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आज उमड़ेंगे बादल, बूंदाबांदी की संभावना

तराई के जिले में शीतलहर का प्रकोप जारी है। तीसरे दिन भी धूप नहीं खिलने और सुबह से ही बर्फीली हवा के चलते लोग ठिठुरते रहे। हालांकि शीत अवकाश बढ़ा दिए जाने से स्कूली बच्चों के लिए कुछ राहत रही है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को फिर बादल उमड़ने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। सोमवार को भी सुबह वातावरण में घना कोहरा रहा। इस दौरान सड़कों पर गुजरने वाले वाहनों की हेडलाइटें जलती रहीं। चालकों ने सावधानीपूर्वक धीमी गति से अपने वाहन निकाले।

By JagranEdited By: Published: Mon, 13 Jan 2020 05:25 PM (IST)Updated: Mon, 13 Jan 2020 05:25 PM (IST)
आज उमड़ेंगे बादल, बूंदाबांदी की संभावना
आज उमड़ेंगे बादल, बूंदाबांदी की संभावना

जागरण संवाददाता, पीलीभीत : तराई के जिले में शीतलहर का प्रकोप जारी है। तीसरे दिन भी धूप नहीं खिलने और सुबह से ही बर्फीली हवा के चलते लोग ठिठुरते रहे। हालांकि शीत अवकाश बढ़ा दिए जाने से स्कूली बच्चों के लिए कुछ राहत रही है। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को फिर बादल उमड़ने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है।

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सोमवार को भी सुबह वातावरण में घना कोहरा रहा। इस दौरान सड़कों पर गुजरने वाले वाहनों की हेडलाइटें जलती रहीं। चालकों ने सावधानीपूर्वक धीमी गति से अपने वाहन निकाले। बाद में वातावरण से कोहरा छंट जाने पर ²श्यता बढ़ी, तब ट्रैफिक सामान्य हो सका। हालांकि वातावरण से छंटा कोहरा मोटी ने पिछले दो दिन की तरह ही आसमान पर जम गई। इस वजह से धूप नहीं खिल सकी। स्कूलों में शीत अवकाश बढ़ाए जाने संबंधी जिलाधिकारी का आदेश रविवार को देर शाम जारी किया गया। हालांकि अखबारों में सूचना प्रकाशित हो गई लेकिन फिर भी गफलत में अनेक छात्र अपने स्कूलों में जा पहुंचे। वहां जाने पर जब उन्हें पता चला कि शीत अवकाश 15 जनवरी तक के लिए बढ़ा दिया गया। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से बताया कि मंगलवार को फिर आसमान पर बादल उमड़ेंगे। साथ ही कहीं-कहीं हल्की बारिश भी हो सकती है। इस तरह का मौसम 17 जनवरी तक बना रहने के आसार हैं। उन्होंने बताया कि सोमवार को अधिकतम तापमान 14.3 डिग्री एवं न्यूनतम 5.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रविवार की तुलना में तापमान में कुछ बढ़ोतरी हो जाने के बावजूद शीतलहर में कोई कमी नहीं आई है। प्रमुख कारण बर्फीली हवा चलना माना जा रहा है।


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