बारिश से तालाब बनीं शहर की सड़कें
मौसम - नालियों में जमी गंदगी बरसाती पानी के साथ सड़क पर आई - सुबह रिमझिम बारिश के बीच स्कूलों में पहुंचे तमाम बचे फोटो-17पीआइएलपी-2 3 4 व 5
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : रात से लगातार रुक रुक कर बारिश हो रही है। मौसम खराब होने का असर जनजीवन पर पड़ रहा है। बारिश से शहर की सड़कें तालाब जैसी बन गईं। नालियों में जमी गंदगी बरसाती पानी के साथ सड़कों पर आ गई। जलभराव हो जाने के पैदल राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी आसमान पर बादल उमड़ते रहेंगे लेकिन बारिश से राहत रहेगी।
आसमान पर बादल तो गुरुवार से ही उमड़ने लगे थे। कई बार बूंदाबांदी भी हुई लेकिन रात में तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश का सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। रुक रुक कर बारिश होते रहने के कारण शहर में स्टेशन रोड पर जय टाकीज के सामने, मधुवन कॉलोनी के सामने, नगर पालिका परिषद कार्यालय रोड, टनकपुर हाईवे पर अशोक कॉलोनी के गेट के सामने, रंगीलाल चौराहा से अग्रवाल सभा भवन जाने वाले मार्ग पर जलभराव हो गया। राहगीरों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुरानी सब्जी मंडी और गल्ला मंडी में इतनी कीचड़ हो गई कि कई राहगीर फिसल कर गिरे। सुबह जब बारिश नहीं थमी तो तमाम बच्चे छाता लगाए हुए रिमझिम बारिश के बीच स्कूलों में पहुंचे। राजकीय कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. शैलेंद्र सिंह ढाका ने पंतनगर स्थित कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के हवाले से बताया कि शुक्रवार को जिले में अधिकतम तापमान 17.5 डिग्री तथा न्यूनतम 6.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि शनिवार को भी आसमान पर बादल उमड़ते रहेंगे लेकिन बारिश के आसार नहीं हैं। अलबत्ता कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है।
लाही,सरसों, मटर ,मसूर व आलू की फसलों को नुकसान
बारिश से जिले में लाही, सरसों, मटर, मसूर, आलू के साथ ही अन्य सब्जियों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। जिन किसानों ने गेहूं की बुवाई देर से की और उनके खेत निचले स्थानों पर हैं, उनकी भी फसल खराब होने की आशंका है। अलबत्ता जिन किसानों ने नवंबर में गेहूं की बुवाई कर दी थी, उनकी फसल के लिए कोई नुकसान फिलहाल नहीं है।
ठेली और पटरी दुकानदारों का व्यवसाय चौपट
शहर में सड़कों के किनारे फुटपाथ पर और ठेली में विभिन्न सामान बेचकर गुजर-बसर करने वाले दुकानदारों का व्यवसाय बारिश ने चौपट कर दिया। रुक रुक कर बारिश होते रहने की वजह से ऐसे दुकानदार अपने घरों में ही दुबके रहे। रिक्शा चालकों की भी दिहाड़ी मारी गई। गैस चौराहा पर रोजाना सुबह लगने वाली मजदूर मंडी में भी रौनक गायब रही। मौसम खराब होने की वजह से गांवों से मजदूरी के लिए श्रमिक नहीं आए। दिहाड़ी मारी गई।