पीलीभीत में ठेका सफाई कर्मचारी ने जहर खाकर दी जान
नगर पालिका परिषद में ठेका सफाई कर्मचारी ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। परिजनों ने नगर पालिका के सफाई निरीक्षक पर कम वेतन देने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया गया। पुलिस और प्रशासनिक अफसर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझाकर शांत कराया।
पीलीभीत : नगर पालिका परिषद में ठेका सफाई कर्मचारी ने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। परिजनों ने नगर पालिका के सफाई निरीक्षक पर कम वेतन देने और प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। संयुक्त जिला अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया गया। पुलिस और प्रशासनिक अफसर फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों को समझाकर शांत कराया।
कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला बेनी चौधरी निवासी 38 वर्षीय इंद्रपाल पुत्र रामचरन नगर पालिका परिषद में 21 वर्षों से ठेके पर सफाईकर्मी थे। इसके अलावा उसकी पत्नी विमलेश वर्ष 2013 से नगर पालिका में ठेके पर सफाई कार्य कर रही है। परिजनों के मुताबिक मार्च माह में इंद्रपाल के वेतन 5900 रुपये के स्थान पर तीन हजार रुपये खाते में डाले गए थे। जब खाते में वेतन कम आया था तब इंद्रपाल पत्नी विमलेश के साथ में नगर पालिका कार्यालय में वेतन काटने का कारण जानने के लिए सफाई निरीक्षक अमर किशोर के पास पहुंचा। सफाई निरीक्षक ने गैरहाजिरी होने पर वेतन काटने की बात बताई। इंद्रपाल ने गैरहाजिरी की बात को गलत बताया। आरोप है कि एक सप्ताह पहले ही सफाई निरीक्षक ने गाली गलौज करते हुए नौकरी से निकाल दिया था। नौकरी जाने के बाद से वह परेशान रहने लगा। बुधवार सुबह करीब दस बजे इंद्रपाल ने घर में जहरीला पदार्थ खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों के साथ में तमाम ठेका सफाई कर्मचारी भी जिला अस्पताल पहुंच गए। मौके पर पहुंचे सफाई निरीक्षक से आक्रोशित परिजनों की जमकर कहासुनी हुई। भीड़ को एकत्र होता देखा सफाई निरीक्षक वहां से खिसक लिया। यूनियन और मृतक के परिजनों ने सफाई निरीक्षक पर आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सिटी मजिस्ट्रेट रितु पुनिया, सीओ सिटी धर्म सिंह मार्छाल, इंस्पेक्टर कोतवाली संजीव उपाध्याय फोर्स के साथ वहां पहुंचे। पुलिस ने आक्रोशित परिजनों और यूनियन के नेताओं को समझाबुझाकर शांत कराया। हालांकि मृतक के परिजनों की ओर से अभी तक पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है। ---वर्जन--
ठेका सफाई कर्मी की मौत का मामला संज्ञान में आया है। पूरे मामले से डीएम को अवगत कराकर जांच कराई जाएगी। जांच में जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
- रितु पुनिया, सिटी मजिस्ट्रेट उपस्थिति पंजिका के आधार पर ही उक्त सफाई कर्मी के खाते में वेतन की राशि भेजी गई थी, उसे नौकरी से नहीं हटाया गया था। लिहाजा आरोप निराधार है।
- निशा मिश्रा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद पीलीभीत
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