जेल जाने से पहले दी हत्या की धमकी
खेत में गड़े खजाने को पाने के लिए मासूम बालक की बलि देने वाले मुख्य आरोपित ने न्यायालय में समर्पण कर दिया है। समर्पण से पहले परिजनों को हत्या कराने की धमकी दी हैजिससे परिवार दहशत में है। पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की गुहार कर चुका हैपरंतु परिवार की सुरक्षा के लिए अभी तक पुलिस महकमा सजग नहीं हुआ है।
संवाद सहयोगी,बीसलपुर (पीलीभीत) : खेत में गड़े खजाने को पाने के लिए मासूम बालक की बलि देने वाले मुख्य आरोपित ने न्यायालय में समर्पण कर दिया है। समर्पण से पहले परिजनों को हत्या कराने की धमकी दी है,जिससे परिवार दहशत में है। पीड़ित परिवार पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की गुहार कर चुका है,परंतु परिवार की सुरक्षा के लिए अभी तक पुलिस महकमा सजग नहीं हुआ है। हालांकि पुलिस मुख्य आरोपित को छोड़कर शेष आरोपितों को गिरफ्तार कर पहले ही जेल भेज चुकी है।
कोतवाली क्षेत्र के ग्राम पैनिया रामगुलाम निवासी प्रेमशंकर 17 नवंबर को ठेली लेकर तालाब से सिंघाड़े बीनने गए थे। साथ में चार वर्षीय पुत्र अरुण, बेटी सावित्री व छोटा पुत्र बाबूराम भी गया था। बालक अरुण रहस्यमय ढंग से लापता हो गया था। अगले दिन शव तालाब से बरामद हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से बालक की मौत शरीर पर चोट लगने से होने की पुष्टि हुई थी परंतु पुलिस शुरू से ही इस मामले को दबाने में लगी रही। इसी कारण सात दिन बाद जब खजाने के लिए मासूम बालक की बलि देने का मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आया तो उनके निर्देश पर पुलिस इस मामले में सक्रिय हुई और दो तांत्रिकों व मुख्य हत्यारोपित ग्राम पुरैनिया रामगुलाम निवासी सुधीर की पत्नी अंजूदेवी को पुलिस ने जेल भेज दिया था,लेकिन मुख्य आरोपित सुधीर को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। उसने मृतक बालक के पिता प्रेमशंकर को धमकी दी कि वह उसके व उसके पिता की हत्या करवा देगा। पीडि़त ने मामले की शिकायत दो दिन पूर्व पुलिस अधीक्षक से भी की थी। उन्होंने इस बाबत सीओ को आवश्यक निर्देश दिए थे। आरोपित सुधीर न्यायालय में आत्मसमर्पण कर चुका है परंतु उसके द्वारा दी गई धमकी से मृतक बालक के माता पिता व परिवार के अन्य लोग दहशत में हैं। पिता प्रेमशंकर ने बताया कि मुख्य आरोपित के संबंध कई अपराधियों से हैं इसी कारण उसके द्वारा दी गई धमकी से डर लग रहा है। प्रभारी निरीक्षक मनीराम का कहना है कि सभी आरोपितों को जेल भेजा जा चुका है। पुलिस पीड़ित परिवार की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से सजग है। शीघ्र ही बालक के बलि देने की विवेचना पूर्ण कर ली जाएगी।