Move to Jagran APP

ट्रेनों का बायो टॉयलेट बना मुसीबत

पीलीभीत : पूर्वोत्तर रेलवे की ब्रॉडगेज की ट्रेनों में बने बायो टॉयलेट मुसीबत बनकर उभरा है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Jun 2018 12:32 AM (IST)Updated: Sun, 10 Jun 2018 12:32 AM (IST)
ट्रेनों का बायो टॉयलेट बना मुसीबत
ट्रेनों का बायो टॉयलेट बना मुसीबत

पीलीभीत : पूर्वोत्तर रेलवे की ब्रॉडगेज की ट्रेनों में बने बायो टॉयलेट मुसीबत बनकर उभरा है। बायो टॉयलेट की रोजाना सफाई न होने से सफर के दौरान यात्रियों को दुर्गंध का सामना करना पड़ रहा है। इस दिशा में रेलवे का सफाई अनुभाग ध्यान नहीं दे रहा है।

loksabha election banner

पहले ट्रेनों में बने टॉयलेट खुले होते थे, जिसमें हल्की सफाई कर दी जाती थी। रेलवे ट्रैक के किनारे गंदगी गिरने से ट्रैक मैन को मरम्मत कार्य में काफी दिक्कतें आई। इस दिक्कत को भांपते हुए रेलवे विभाग ने ट्रेन के डिब्बों में बॉयो टॉयलेट की सुविधा दे दी। बायो टॉयलेट में शौच करने के बाद गंदगी स्टोर हो जाती है। किसी भी रूप में रेलवे ट्रैक पर नहीं गिरती है। बॉयो टॉयलेट में गंदगी स्टोर होने की वजह से ट्रेन के डिब्बे में दुर्गंध ही दुर्गंध आती है। ट्रेन के डिब्बों में बने बॉयो टॉयलेट की रोजाना सफाई नहीं होती है। सफाई न होने से यात्रियों को सफर के दौरान काफी दिक्कत होती है। सीट पर बैठे कई यात्रियों को उलटी तक आ जाती है। पीलीभीत स्टेशन पर सफाई व्यवस्था न होने की वजह से टॉयलेट गंदे रहते हैं। यहां पर वा¨शग लाइन भी नहीं है। सिर्फ यहां से अगले स्टेशन के लिए ट्रेनें भेजी जाती हैं। हालत यह है कि बायो टॉयलेट में गंदगी ऊपर तक आ जाती है, जिससे लोग इस्तेमाल तक नहीं करते हैं। ऐसे में यात्रियों के सामने विषम स्थिति पैदा हो जाती है। इस दिशा में रेलवे विभाग को सकारात्मक रूप से कदम उठाने चाहिए। डीआरएम के पीआरओ राजेंद्र ¨सह का कहना है कि वा¨शग पिट पर प्रत्येक रेलगाड़ी में बने टॉयलेट समेत सभी प्रकार की सफाई की जाती है। अब टनकपुर में वा¨शग पिट बन गया है, जहां पर रेलगाड़ी सफाई होकर ही गंतव्य के लिए रवाना होगी।

यात्रियों की बात

बड़ी रेल लाइन की ट्रेनों का सफर बहुत ही अच्छा है, लेकिन ट्रेन के डिब्बों में बने बायो टॉयलेट की रोजाना सफाई नहीं होती है। सफाई न होने से दुर्गंध आती है, जिससे काफी दिक्कत होती है। इस दिशा में काम होना चाहिए।

-विजय कुमार, पौटा

बायो टॉयलेट की परिकल्पना अच्छी है, लेकिन देखरेख के अभाव में टॉयलेट में गंदगी रहती है। पहले के शौचालय खुले होते थे, जिससे कोई दिक्कत नहीं होती थी। बॉयो टॉयलेट की निरंतर सफाई होती रहनी चाहिए।

-अभय कुमार मौर्य, बाराबंकी

बायो टॉयलेट की व्यवस्था अच्छी है, लेकिन टॉयलेट की सफाई का ध्यान रखा जाए। तो डिब्बे में बैठे यात्रियों को दुर्गंध का सामना नहीं करना पड़ेगा। बॉयो टॉयलेट की दैनिक सफाई होनी चाहिए, तभी यात्रियों को सफर का लाभ मिल सकेगा।

-हरप्रीत ¨सह, पूरनपुर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.