गढ्डों के कारण पीलीभीत-बीसलपुर सड़क पर अब सफर आसान नहीं
बीसलपुर- पीलीभीत रोड पर अनेक स्थानों पर सड़क की बजरी उखड़ गई है। केके स्कूल के सामने र्इंटों का खड़ंजा लगाकर मार्ग के गड्ढों को पिछले दिनों भरा गया था कितु अब वह पुन उखड़ गए हैं। इसके कारण आए दिन मार्ग पर दुर्घटनाएं होती हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले जिला स्तरीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
पीलीभीत,जेएनएन : बीसलपुर- पीलीभीत रोड पर अनेक स्थानों पर सड़क की बजरी उखड़ गई है। केके स्कूल के सामने र्इंटों का खड़ंजा लगाकर मार्ग के गड्ढों को पिछले दिनों भरा गया था कितु अब वह पुन: उखड़ गए हैं। इसके कारण आए दिन
मार्ग पर दुर्घटनाएं होती हैं। इस मार्ग से गुजरने वाले जिला स्तरीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
यह मार्ग लंबे समय से जगह-जगह उखड़ गया है। उखड़ने के कारण मार्ग में गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों को अभी तक मरम्मत के नाम पर पत्थर व बजरी से भरा भी नहीं गया है। कुल 37 किलोमीटर इस मार्ग को तय करने में 45 मिनट का समय लगता था। अब यह दूरी तय करने के लिए सवा घंटा से ज्यादा लग रहा है। बीसलपुर वालों को प्रतिदिन लोगों को अपने कार्यों से जिला मुख्यालय जाना होता है। ऐसी स्थिति में उन्हें इस गड्ढा युक्त सड़क से होकर अपना सफर तय करना होता है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजों को गंभीर अवस्था में जिला चिकित्सालय सरकारी एंबुलेंस द्वारा रेफर किया जाता है तो उन्हें इस जर्जर मार्ग पर सफर तय करने में अत्यधिक परेशानी उठानी पड़ती हैं।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अनिल कुमार राना का कहना है कि यह मार्ग नेशनल हाईवे बन रहा है। ऐसे में अब मरम्मत आदि का कार्य नेशनल हाईवे डिवीजन के स्तर से किया जाएगा। जीतराम का कहना है कि उन्हें अपने निजी कार्यों से जिला मुख्यालय माह में 20 दिन जाना होता है। इस मार्ग पर दोपहिया वाहन चलाते समय मार्ग पर बने गड्ढों में लगातार दुर्घटनाग्रस्त होने का भय बना रहता है। मार्ग को ठीक कराने की मांग नगर वासियों ने कई बार की जा चुकी है कितु अभी तक किसी भी अधिकारी ने इसकी सुध नहीं ली है। होरीलाल कहते हैं कि 8 माह से सड़क टूटी है। र्इंटों से भर कर लगभग 20 मीटर में खड़ंजा लगा दिया था, वह भी टूट गया। चुन्नीलाल का कहना है कि मार्ग पिछले लंबे समय से टूटा पड़ा है जिसकी मरम्मत अभी तक विभाग द्वारा नहीं कराई गई है। इस कारण पीलीभीत जाने में खासकर मरीजों को अत्यधिक परेशानी होती है।