भाकियू का कलक्ट्रेट में धरना, जाम लगाने का प्रयास
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों के विरोध तथा जिले के किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरकर आंदोलन किया। सैकड़ों कार्यकर्ता झंडे-बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट परिसर में जा पहुंचे। तमाम कार्यकर्ताओं ने टनकपुर हाईवे पर आड़े तिरछे वाहन खड़े कराकर जाम लगाने का प्रयास किया।
पीलीभीत,जेएनएन : भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने कृषि कानूनों के विरोध तथा जिले के किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर सड़क पर उतरकर आंदोलन किया। सैकड़ों कार्यकर्ता झंडे-बैनर लेकर नारेबाजी करते हुए कलक्ट्रेट परिसर में जा पहुंचे। तमाम कार्यकर्ताओं ने टनकपुर हाईवे पर आड़े तिरछे वाहन खड़े कराकर जाम लगाने का प्रयास किया। साथ ही सड़क किनारे भी धरना शुरू कर दिया। पुलिस ने वैकल्पिक मार्ग से वाहन का आवागमन कराया।
शुक्रवार को भाकियू के जिलाध्यक्ष सतविदर सिंह कहलो के नेतृत्व में पूर्वाह्न 11 बजे से कार्यकर्ताओं का कलक्ट्रेट की ओर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। दोपहर तक सैकड़ों कार्यकर्ता कलक्ट्रेट परिसर में एकत्र हो गए और धरना शुरू कर दिया। उधर टनकपुर रोड पर जमा कार्यकर्ताओं ने जाम लगाने के लिए कई टेंपो सड़क पर आड़े-तिरछे खड़े करा दिए जिससे वाहन न निकल सकें। इस पर पुलिस ने वनकटी रोड के वाहनों का आवागमन कराने की वैकल्पिक व्यवस्था कराई। कलक्ट्रेट परिसर और टनकपुर रोड के किनारे कई घंटे तक धरना चला। इसके बाद प्रधानमंत्री व जिलाधिकारी को संबोधित अलग-अलग ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौंपे गए। प्रधानमंत्री ने अभी हाल में ही संसद से पारित हुए कृषि संबंधी नए कानूनों को रद करने का आग्रह किया गया। साथ ही डीएम से सभी किसानों को धान का समर्थन मूल्य दिलाने, लंबे समय से सेंटरों पर डेरा डाले किसानों के धान की जल्द तौल कराने, रोजाना लक्ष्य के अनुरूप मात्र में खरीद सुनिश्चित कराने, गन्ना किसानों को पिछले पेराई सत्र का पूरा बकाया भुगतान जल्द कराने, वर्तमान पेराई सत्र में 14 दिन के भीतर गन्ना मूल्य का भुगतान दिलाने, बिजली कटौती बंद कराने, नहरों में मानक के अनुसार सिल्ट सफाई कराने की मांग की गई। धरना देने वालों में यूनियन के जिलाध्यक्ष सतविदर सिंह कहलो, प्रदेश सचिव वेदप्रकाश शर्मा, नागेंद्र सिंह, मंजीत सिंह, स्वराज सिंह, रामकरन दिवाकर, दिनेश कुमार, गुरमीत सिंह, बाज सिंह, पूरनलाल, रजनीश कटियार, सुरेश गंगवार, धर्मेंद्र गुप्ता, अनिल तिवारी, निर्मल भोजवाल, सोमवती, माया देवी, मुन्नी देवी समेत अन्य तमाम कार्यकर्ता शामिल रहे।