Move to Jagran APP

भूसे पर महंगाई की मार से परेशान पशुपालक

पीलीभीतजेएनएन खाद्य पदार्थों के साथ-साथ पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों से पशुपालक पहले से ही परेशान हैं। भूसे की बढ़ी कीमत से वह और हलकान हो गए हैं। भूसा एक हजार रुपये प्रति क्विंटल के भाव पहुंच गया है। भूसे की महंगाई से पशुपालकों का बजट गड़बड़ा गया है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 11:20 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 11:20 PM (IST)
भूसे पर महंगाई की मार से परेशान पशुपालक
भूसे पर महंगाई की मार से परेशान पशुपालक

पीलीभीत,जेएनएन: खाद्य पदार्थों के साथ-साथ पेट्रोल डीजल की बढ़ी कीमतों से पशुपालक पहले से ही परेशान हैं। भूसे की बढ़ी कीमत से वह और हलकान हो गए हैं। भूसा एक हजार रुपये प्रति क्विंटल के भाव पहुंच गया है। भूसे की महंगाई से पशुपालकों का बजट गड़बड़ा गया है।

loksabha election banner

जनपद में गेहूं का रकबा कम होने की वजह से भूसे की पैदावार पर भी असर पड़ा है। पशुपालकों द्वारा समुचित भंडार से उनके लिए दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। उन्हें अपने पशुओं के लिए दो वक्त का चारा का इंतजाम करना मुश्किल साबित हो रहा है। पिछले दो महीने में भूसे के दामों में उछाल आया है। भूसे की कीमतों के बढ़ने का मुख्य कारण जनपद में गेहूं की खेती के कम कर दिया जाना है। किसान इस समय गन्ने की खेती करना मुनाफे का सौदा मान रहा है।

पराली का करते भंडारण तो नहीं होती दिक्कत

तराई में धान की अच्छी पैदावार होती हैं। यहां के किसान हाथ से धान काटने की वजह मशीनों द्वारा धान की कटाई करते हैं। उसके बाद उसकी पराली को आग लगा देते हैं। किसान यदि धान की पराली को जलाने के बजाय उसका भंडारण करते तो वह उनके पशुओं के लिए चारा का काम करता। पराली जलाने पर प्रशासन ने बहुत सख्ती दिखाई। उसके बाद भी लोगों ने इसका भंडारण नहीं किया, जिसका खामियाजा अब उन्हें चारे की कमी के रूप में सामने आ रहा है। स्वस्थ पशु को कितना आहार देना चाहिए

स्वस्थ पशु को एक दिन में 6 से 9 किलोग्राम सूखा भूसा 20 से 25 किलो हरा चारा देना चाहिए। पशु स्वस्थ रहे इसके लिए डेढ़ किलो दाना खिलाना खिलाना चाहिए। गाय जो तीन लीटर तक दूध दे रही है उसे एक किलो दाना देना चाहिए और भैंस को ढाई किलो दाना दिया जाना चाहिए यदि गाय भैंस तीन लीटर से अधिक दूध देती है तो उसका दाना की मात्रा बढ़ानी चाहिए। तीन माह से अधिक गर्भवती गाय को स्वस्थ रहने के लिए एक किलो दाना वही भैंस को डेढ़ किलो दाना देना चाहिए जिससे कि स्वास्थ्य ठीक रहे।

पहले से ही महंगाई की मार झेल रहा हूं अब भूसे की बढ़ी कीमतों बजट गड़बड़ा दिया है। पशुओं के लिए चारे का संकट खड़ा हो हो गया है। भूसा की कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। जिससे पशु के लिए चारा जुटाना मुश्किल हो रहा है।

सतनाम सिंह, डेरी स्वामी गेहूं की कटाई कंबाइन द्वारा कराए जाने से भोसा की किल्लत हुई है। हास्य गेम की कटाई होने पर गेहूं का भूसा अधिक निकलता है। कंबाइन से गेहूं कटाई पर मशीन द्वारा भूसा बनाया जाता है। वह कम बनता और इसे पशु मन से नहीं खाते हैं।

कुंवर बहादुर, डेरी स्वामी ढकिया

जनपद में गेहूं की कटाई अधिकतर किसान कंबाइन द्वारा कराते हैं। जिस वजह से उसे की किल्लत हो जाती है। इस बार गेहूं की नरई से मशीन द्वारा भूसा कम बना। इस वजह से भी भूसे का संकट है।

देवदत्त, भूसा कारोबारी फैक्ट फाइल

3.76: पशु है जनपद में

2009: गोवंश है गोशाला में

30: गोशाला है जनपद में किसान गेहूं की खेती कम करने लगा है। जिस वजह से यहां भूसे की समस्या हो गई है। किसानों ने यदि धान की पराली का भंडारण कर लिया होता तो उन्हें चारे की दिक्कत नहीं होती। स्वस्थ पशु दिन में 6 से 9 किलोग्राम भूसा देना चाहिए।

अरविद कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.