..और फिर जीवित हो गए ईसा मसीह
ईसा मसीह के दोबारा जीवित होने के पर्व ईस्टर को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। चर्च की भव्य सजावट की गई जिसमें विशेष प्रार्थना कराई गई। पुरोहित ने सभी की भलाई की दुआएं की। आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग शामिल हुए।
पूरनपुर (पीलीभीत) : ईसा मसीह के दोबारा जीवित होने के पर्व ईस्टर को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। चर्च की भव्य सजावट की गई जिसमें विशेष प्रार्थना कराई गई। पुरोहित ने सभी की भलाई की दुआएं की। आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में ईसाई समुदाय के लोग शामिल हुए। फादर चिनप्पन ने ईसा मसीह के बताए हुए रास्ते पर चलने की हिदायत दी और परम प्रसाद वितरण किया।
नगर के एकमात्र सेंट जोसेफ चर्च में रविवार को ईस्टर का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। ईसा मसीह को क्रूस पर लटका कर मृत्यु दंड दिया गया था। तीसरे दिन वह दोबारा जीवित हो गए थे, इसको लेकर ईस्टर का त्योहार मनाया जाता है। चर्च के पुरोहित फादर चिनप्पन ने विशेष प्रार्थना मिस्सा बलिदान कराई। चर्च में मोमबत्तियां जलाकर ºीस्त की ज्योति के साथ पास्का जागरण का हुआ। रविवार को सुबह 10 बजे प्रार्थना शुरू हुई। फादर ने कहा कि प्रभु ईसा की कुर्बानी ने एक नई रोशनी दी। दूसरों के पापों के लिए खुद को जालिमों के हवाले कर दिया। कुर्बानी, सच्चाई, ईमानदारी का यही सबक सभी को देकर सबके लिए रहमत बनकर आए थे। उन्होंने बाइबल में दर्ज इब्राहिम का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि प्रभु का जीवन नष्ट नहीं हुआ था। फादर ने परम प्रसाद वितरण किया। नगर की तरक्की व शांति के लिए दुआ भी की गई। गायक मंडली ने बीच-बीच में भजन भी प्रस्तुत किए। स्कूल प्रधानाचार्या सिस्टर दीप्ति ने ईस्टर की मुबारकबाद दी। प्रकट सिंह, संजय सिंह, सिस्टर डिगना, सिस्टर सुदीप्ति रोनाल्ड, जोइस, जार्ज कुट्टी, लिली, आनंद प्रकाश आदि मौजूद रहे।