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माइनरों की सफाई के बाद भी नहीं छोड़ा गया पानी

लाखों रुपये की लागत से माइनरों की सिल्ट सफाई तो कर दी गई हैलेकिन अभी पानी नहीं छोड़ा गया है। किसानों को रबी की फसल में सिचाई करने के लिए बेसब्री से इंतजार है। समय रहते अगर पानी नहीं छोड़ा गया तो उन्हें महंगा डीजल खर्च कर सिचाई करनी पड़ सकती है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 10:32 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 10:32 PM (IST)
माइनरों की सफाई के बाद भी नहीं छोड़ा गया पानी
माइनरों की सफाई के बाद भी नहीं छोड़ा गया पानी

पीलीभीत,जेएनएन : लाखों रुपये की लागत से माइनरों की सिल्ट सफाई तो कर दी गई है,लेकिन अभी पानी नहीं छोड़ा गया है। किसानों को रबी की फसल में सिचाई करने के लिए बेसब्री से इंतजार है। समय रहते अगर पानी नहीं छोड़ा गया तो उन्हें महंगा डीजल खर्च कर सिचाई करनी पड़ सकती है।

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पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र में नहरों के जाल के अलावा माइनरों का भी जाल बिछा हुआ है। इसके चलते किसानों को फसल में पानी लगाने के लिए आसानी होती है। उन्हें महंगा डीजल खर्च कर सिचाई करनी नहीं पड़ती। पिछले माह माइनरों की सिल्ट सफाई के लिए शासन की तरफ से संबंधित विभाग को आंवटित किया गया था। माइनरों की सिल्ट सफाई करा दी गई है। जिन माइनरों की अभी सफाई पूरी नहीं हुई है वहां काम चल रहा है। साफ सफाई में कुछ जगह लापरवाही भी बरती गई है। पुलियों के आसपास सिल्ट सफाई ठीक से न हो पाने के कारण मिट्टी का जमाव बना हुआ है जो आगामी समय में पानी की धार को अवरुद्ध कर सकता है। जिन किसानों ने अगेती गेहूं की फसल की बुवाई खेतों में कर दी है उस गेहूं में पानी लगने का समय आ गया है, लेकिन अभी तक माइनरों में सिल्ट सफाई के बाद पानी नहीं छोड़ा गया है। किसानों को समस्या आ सकती है। समय रहते पानी न मिल पाने के कारण कई किसानों को महंगे डीजल से सिचाई करनी पड़ रही है। इस समय गन्ना व गेहूं की बुवाई का सीजन चल रहा है। पलेवा करनी पड़ रही है।


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