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भर्ती डेंगू मरीज करते रहे डॉक्टर का इंतजार

- कई दिनों से भर्ती मरीजों ने कहा- सही से नहीं देखते डॉक्टर्र - ड्रिप से रक्त वापस जाने पर परेशान मरीज की मां गिड़गिड़ाती रही नहीं दिया किसी ने ध्यान

By JagranEdited By: Published: Mon, 14 Oct 2019 01:22 AM (IST)Updated: Mon, 14 Oct 2019 01:22 AM (IST)
भर्ती डेंगू मरीज करते रहे डॉक्टर का इंतजार
भर्ती डेंगू मरीज करते रहे डॉक्टर का इंतजार

जागरण संवाददाता, पीलीभीत: रविवार को जिला अस्पताल में भर्ती डेंगू के मरीज सुबह से शाम तक डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे लेकिन डेंगू पीड़ितों का दर्द सुनने कोई डॉक्टर नहीं पहुंचा। वायरल बुखार, डेंगू और मियादी बुखार के बढ़ते प्रकोप से जिला अस्पताल के डेंगू वार्ड के अलावा अन्य जनरल वार्डों में भी डेंगू व मियादी बुखार से पीड़ित लगभग 40 मरीज भर्ती हैं। रविवार को अपराह्न दो बजे मरीज और तीमारदार सुबह से डॉक्टर न आने की शिकायत करने लगे। उन्होंने कहा कि आज सुबह से कोई डॉक्टर देखने नहीं आया है। डॉक्टर को दिन में दो बार देखने आना चाहिए लेकिन आज अभी तक एक बार भी नहीं आया है।

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अस्पताल के द्वितीय तल पर भर्ती पप्पूलाल की मां रोते रोते नर्स को स्टाफ रूम में मौजूद कर्मचारी से अपनी बात कह रहीं थी। पता चला कि बहुत देर से उनके बेटे को लगी ड्रिप से रक्त निकलकर वापस नली में जा रहा था लेकिन उनकी पीड़ा सुनने वाला कोई वार्ड कर्मी उपस्थित नहीं था। हालांकि बाद में नर्स ने आकर ड्रिप को ठीक किया। जब अन्य मरीजों से व्यवस्था के बारे में जानकारी ली तो सबने स्टाफ नर्सों के मनमानी करने की बात कही। कुछ मरीजों का कहना था कि किसी समस्या के होने पर नर्सों से कहते हुए भी डर लगता है क्योंकि वे चिल्लाने लगती हैं। प्रथम तल के स्टाफ रूम का निरीक्षण किया तो वहाँ कोई भी वार्ड कर्मी मौजूद नहीं मिला।

भूतल पर स्थित डेंगू वार्ड के अलावा अन्य वार्डों में भी डेंगू व मियादी बुखार के मरीज भर्ती हैं, लेकिन उनके लिए मच्छरदानी की कोई व्यवस्था नहीं है। इसके अलावा, एक तल पर लगभग 50 से 60 मरीज भर्ती रहते हैं जिनकी नियमित देखभाल के लिए कम से कम 5 सदस्यीय वार्ड कर्मी हर समय उपस्थित रहने चाहिए। लेकिन प्रथम तल पर कोई वार्ड कर्मी उपस्थित नहीं मिला व मरीज उनकी तलाश में इधर उधर भटकते दिखाई दिए। --------------

एक ही नर्स के हवाले पूरे तल की •ाम्मिेदारी

पीलीभीत: स्टाफ रूम में वार्ड कर्मियों के मौजूद नहीं मिलने के बाबत जब इमरजेंसी ड्यूटी में उपस्थित डॉ. जगदीश से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि एक स्टाफ रूम में एक ही नर्स की ड्यूटी रहती है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि एक ही नर्स कैसे 50 से 60 मरीजों की देखभाल कर सकती है।

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फोटो: 13पीआइएलपी 20 मैं पिछले 3 दिन से भर्ती हूं। डेंगू और मलेरिया की शिकायत है। मेरे हाथ की नस से बहुत देर से खून वापस ड्रिप नली में जा रहा है। नर्स ध्यान ही नहीं दे रहीं। हाथ की नस में बहुत दर्द हो रहा है। - पप्पूलाल

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फोटो: 13पीआइएलपी 21 डॉक्टर केवल सुबह को ही आते हैं। आज कोई डॉक्टर देखने नहीं आए हैं। वार्ड कर्मियों का व्यवहार ठीक नहीं है। स्टाफ जल्दी हम लोगों की बात पर ध्यान नहीं देता है। अपनी समस्या अगर •ा्यादा कहो तो चिल्लाने लगते हैं। - कलावती

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फोटो: 13पीआइएलपी 22 मेरी मां डेंगू से पीड़ित है। अस्पताल में पिछले 8 दिन से भर्ती हैं। रोज रात को बुखार आता है। मां दर्द से रोती रहती है। अगर स्टाफ से कहने जाओ तो कहते हैं- तुम खुद देख लो। हम लोग बहुत ग़रीब हैं इसलिए प्राइवेट नहीं दिखा सकते। हमें यहीं पर अच्छा इलाज उपलब्ध करवा दीजिए। - चित्रलेखा, कल्यानपुर


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