प्रशासन ने जबरन खाली कराया बापू छात्रावास, हंगामा
जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ बलपूर्वक बापू छात्रावास खाली कराकर उसमें ताला जड़ दिया।
पीलीभीत : जिला प्रशासन ने पुलिस के साथ बलपूर्वक बापू छात्रावास खाली कराकर उसमें ताला जड़ दिया। इसके वहां रहने वाले छात्रों के साथ ही अन्य लोगों ने जोरदार विरोध किया। वहीं सड़क पर धरना देकर जाम लगाने का प्रयास किया गया। विरोध करने वालों को पुलिस कर्मियों ने लाठियां फटकारते हुए खदेड़ दिया। सिटी मजिस्ट्रेट से अभद्र भाषा में बातचीत करने की कोशिश करने पर कई लोगों को पुलिस पकड़कर थाने ले गई। इतना सब कुछ होने के जाने के बाद पांच घंटे के भीतर ही जिला प्रशासन बैक फुट पर आ गया। डीएम के आदेश पर 21 अक्टूबर तक छात्रावास खाली कर देने का मौका देते हुए ताला खुलवा दिया गया।
बुधवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे सिटी मजिस्ट्रेट अर्चना द्विवेदी, सीओ सिटी धर्म ¨सह मार्छाल पुलिस फोर्स के साथ गैस चौराहा स्थित बापू छात्रावास जा पहुंचे। आनन-फानन में वहां रह रहे छात्रों को छात्रावास खाली कर देने के लिए कहा गया। इसका विरोध शुरू हो गया। छात्रों के अलावा बसपा तथा अन्य संगठनों के भी लोग जा पहुंचे और सड़क पर धरना देकर जाम लगाने का प्रयास करने लगे। तब पुलिस ने उन्हें लाठियां फटकारते हुए खदेड़ दिया। सिटी मजिस्ट्रेट ने कहा कि यहां रहने वाले सभी 12 विद्यार्थियों को राजकीय छात्रावास में शिफ्ट कर दिया जाएगा लेकिन फिर भी विरोध होता रहा। कुछ लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट से अभद्रता पूर्ण ढंग से बात करने का प्रयास किया तो पुलिस उन्हें पकड़ कर सुनगढ़ी थाने ले गई। बसपा जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद तथा सिटी मजिस्ट्रेट व सीओ सिटी के बीच भी नोकझोंक हुई। बाद में बसपा नेता डीएम से मिले तो पांच घंटे बाद ही जिला प्रशासन बैकफुट पर आ गया। डीएम के आदेश पर छात्रावास का ताला फिर खोल दिया गया। सिटी मजिस्ट्रेट का कहना है कि इस जर्जर हो चुके भवन को खाली कराने का आदेश समाज कल्याण निदेशक व डीएम दे चुके हैं। बच्चों की सुरक्षा के लिए इसे खाली कराना आवश्यक है। छात्रावास भवन के आठ कमरे अब प्रशासन के कब्जे में हैं। पूरा छात्रावास नहीं खोला गया बल्कि 21 अक्टूबर तक के लिए एक कमरा वहां रहने वाले छात्रों को फिलहाल दे दिया गया है।
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