आंदोलन में शहीद किसानों को कैंडल जलाकर दी श्रद्धांजलि
आंदोलनकारी किसानों ने बुधवार को कृषि कानून की प्रतियां तहसील में जलाकर विरोध जताया। प्रतियों को नगर चौकी इंचार्ज ने छीनने का प्रयास किया लेकिन किसानों ने उन्हें आग के हवाले कर दिया। आंदोलन में शहीद हुए किसानों को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि भी दी गई।
पीलीभीत,जेएएन : आंदोलनकारी किसानों ने बुधवार को कृषि कानून की प्रतियां तहसील में जलाकर विरोध जताया। प्रतियों को नगर चौकी इंचार्ज ने छीनने का प्रयास किया लेकिन किसानों ने उन्हें आग के हवाले कर दिया। आंदोलन में शहीद हुए किसानों को कैंडल जलाकर श्रद्धांजलि भी दी गई।
किसानों की ओर से लोहड़ी पर्व पर तीनों कृषि कानून की प्रतियों को जलाकर विरोध करने का मामला पहले ही प्रस्तावित था। तहसील में पुलिस कर्मियों के साथ पीएसी की ड्यूटी लगाई गई। भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता करीब एक बजे तहसील में पहुंचे। उन्होंने कृषि कानून की प्रतियां नारेबाजी कर जलाना शुरू कर दिया। इसपर वहां मौजूद चौकी इंचार्ज बालकराम ने प्रतियां छीनने का प्रयास किया लेकिन किसान नहीं माने। जलती हुई प्रतियों को पुलिस ने बुझाने का भी प्रयास किया। इस दौरान लालू मिश्र, कुलवंत सिंह, गुरतेज सिंह, मनवीर सिंह, रामकुमार प्रजापति, नवदीप सिंह, बलजीत सिंह, जगतार सिंह मौजूद रहे। करीब तीन बजे राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन, अखिल भारतीय किसान महासभा, भारतीय किसान मजदूर यूनियन (राष्ट्रवादी) संगठन के कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर में कैंडल जलाकर किसानों को श्रद्धांजलि दी। बताया गया कि 60 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं लेकिन अभी तक मोदी सरकार तीन कृषि कानून को रद करने के लिए तैयार नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने अस्थायी तौर पर कानूनों पर रोक लगाई है, इससे किसान संतुष्ट नहीं हैं। आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक कृषि कानून रद नहीं हो जाते। इस दौरान विजयप्रकाश मिश्र, देवीदयाल, शम्स विकास, नगीना, इलियास, वसीउल्ला, धनीराम, अनंत अग्रवाल, गुरप्रीत सिंह, सुच्चा सिंह, हीरा सिंह, सतवंत सिंह, मनप्रीत सिंह, गुरविदर सिंह मौजूद रहे। इसके अलावा नवदिया सुल्तानपुर में किसानों ने कृषि कानून की प्रतियां जलाई। यहां अवतार सिंह, जसवीर सिंह, जितेन्द्र सिंह आदि किसान मौजूद रहे।