आठ मरीजों में डेंगू की पुष्टि
- न्यूरिया में बुखार से पीड़ित 250 रोगियों का किया परीक्षण 35 में पाए गए डेंगू के लक्षण - सदर कोतवाली में तैनात कांस्टेबिल दीपक कुमार भी डेंगू से पीड़ित - पूरनपुर व अमरिया क्षेत्र में भी वायरल बुखार के साथ ही डेंगू का प्रकोप फोटो-14पीआइएलपी-19
जागरण संवाददाता, पीलीभीत : वायरल बुखार के साथ ही जिले में डेंगू भी पैर पसार रहा है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 54 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए। इन मरीजों के सैंपल जांच के लिए भिजवाए गए। सोलह की रिपोर्ट आ गई है, जिसमें आठ मरीजों में डेंगू होने की पुष्टि हुई है। न्यूरिया में बुखार से पीड़ित 250 मरीजों का परीक्षण किया गया। 35 लोगों में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। सैंपल भी जांच के लिए बरेली भिजवाए जा रहे हैं। डेंगू का डंक जिले में तेजी से पैर पसार रहा है। अभी 38 मरीजों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।
सदर कोतवाली में तैनात कांस्टेबिल दीपक कुमार को भी डेंगू हो गया है। इसकी जानकारी मिलने पर एसपी अभिषेक दीक्षित ने इलाज के लिए कांस्टेबिल को दो सप्ताह का अवकाश स्वीकृत किया है। साथ ही उन्होंने सभी एसएचओ व प्रतिसार निरीक्षक को कूलर आदि में पानी नहीं जमा होने देने, नगर पालिका टीम का सहयोग लेकर थानों व पुलिस लाइन में सफाई तथा कहीं पर भी पानी जमा नहीं होने देने के निर्देश जारी किए हैं।
शहर के अलावा अमरिया एवं पूरनपुर तहसील क्षेत्र में भी डेंगू के मरीज निकल रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जिन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है उनकी हालत खतरे से बाहर है। उनका इलाज चल रहा है। फिलहाल तेज बुखार के चलते जिले के संयुक्त जिला अस्पताल का आइसोलेशन वार्ड मरीजों से फुल हो चुका है। न्यूरिया : वायरल फीवर ने पांव पसार लिए हैं। नगर पंचायत के चार सभासदों समेत सैकड़ों लोग बुखार की चपेट में हैं। नगर पंचायत ने मच्छरों की रोकथाम के लिए दवा का छिड़काव कराया है। स्वास्थ्य विभाग ने लगातार चार दिनों से सभी मुहल्लों में शिविर लगाकर पीड़ित 250 मरीजों को चिन्हित कर सैंपल लिए हैं। 35 मरीजों में डेंगू के लक्षण पाए गए। सहायक मलेरिया अधिकारी राजीव मौर्या व निरीक्षक राजकुमार ने मुहल्लों में दवा का छिड़काव कराया। पिछले हफ्ते 54 मरीजों के सैंपल लिए गए थे। आठ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अन्य में इसकी पुष्टि नहीं हुई, वे सभी वायरल बुखार से पीड़ित हैं। विभाग की ओर से नाले-नालियों के साथ ही जहां भी पानी भरा रहा, उसमें कीटनाशक का छिड़काव कराया जा रहा है। साथ ही लोगों को इस बात के लिए जागरूक किया जा रहा है कि कूलर और गमलों आदि में पानी जमा न होने दें।
-डॉ. राजीव मौर्या, जिला मलेरिया अधिकारी