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शेरपुरकलां में 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा

शेरपुर कलां गांव में बर्ड फ्लू का संक्रमण मिलने के बाद चौथे दिन पशुपालन विभाग की टीम ने 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा किया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में टीम ने कार्रवाई की। उप जिलाधिकारी ने भी पहुंचकर मौका स्थल का जायजा लिया। जिन पालकों की मुर्गी और बतख मारी गई है उनको राजस्व विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 12:25 AM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 12:25 AM (IST)
शेरपुरकलां में 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा
शेरपुरकलां में 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा

पीलीभीत,जेएनएन : शेरपुर कलां गांव में बर्ड फ्लू का संक्रमण मिलने के बाद चौथे दिन पशुपालन विभाग की टीम ने 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा किया। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में टीम ने कार्रवाई की। उप जिलाधिकारी ने भी पहुंचकर मौका स्थल का जायजा लिया। जिन पालकों की मुर्गी और बतख मारी गई है, उनको राजस्व विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा।

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पूरनपुर के धनाराघाट रोड स्थित शेरपुर निवासी एक व्यक्ति के फार्म हाउस पर मृत मिली मुर्गी की जांच रिपोर्ट बुधवार को बर्ड फ्लू से पाजीटिव पाई गई थी। जिस स्थान पर मृत मुर्गी मिली थी वहां से एक किमी. के दायरे को कंटेनमेंट जोन और दस किमी. के दायरे में सर्विलांस जोन बनाकर काम शुरू कर दिया गया था। शुक्रवार से कंटेनमेंट जोन में आने वाले मुर्गी, बतख, तीतर, बटेर पक्षियों की गणना का कार्य टीम लगाकर किया जा रहा था। शनिवार को गणना का कार्य पूरा कर 496 मुर्गी को चिन्हित किया गया था। इसके खात्मे के लिए रविवार का दिन निश्चित हुआ। इससे पहले मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. एके गर्ग, उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. राजीव कुमार मिश्र और उप जिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बैठक कई बिदुओं पर वार्ता की। इसके बाद करीब तीन बजे से मुर्गियों के खात्मे की तैयारी शुरू की गई। एक स्कूल के परिसर में जेसीबी की मदद से गड्ढा लगाया गया। पानी में नशीली दवाई मिलाई गई जिसको एक टब में रखा गया। इसके बाद ट्रैक्टर ट्राली से मुर्गियों को लाया गया। मुर्गियों को एक-एक कर नशीले पानी में डूबने के बाद उनकी गर्दन मरोड़ कर गड्ढे में डाला गया। इस दौरान मुर्गियों को बाइकों के जरिए से भी चिन्हित स्थानों से लाया जाता रहा। करीब तीन घंटे में मुर्गियों का खात्मा हो सका। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि 548 मुर्गी और 48 बतख का खात्मा किया गया है। टीम में सीवीओ डा. एके गर्ग, डा. सुनील राठौर, डा. आरके वर्मा, डा. सौरभ सिघवी, पशुधन प्रसार अधिकारी सुभेंद्र प्रियदर्शी, अनिल वाजपेयी, बंगाली बाबू आदि मौजूद रहे। 90 रुपये मुर्गी और 135 रुपये बतख का मिलेगा मुआवजा

उप मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डा. राजीव मिश्र ने बताया कि जिन पालकों की मुर्गी और बतख का खात्मा किया गया है उन्हें राजस्व विभाग की तरफ से मुआवजा दिया जाएगा। आठ सप्ताह से बड़ी मुर्गी के लिए 90 रुपये और इससे कम दिन की मुर्गी का 20 रुपये व आठ सप्ताह से ऊपर बतख का 135 और इससे नीचे की बतख को 35 रुपये के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। पालकों के अकाउंट नंबर और जरूरी दस्तावेज ले लिए गए हैं। शीघ्र ही खातों में यह रुपया पहुंच जाएगा। चिन्हित हुई 495 और खत्म की गई 596

पशुपालन विभाग की ओर से शेरपुर कलां के निवासियों के यहां से और एक किमी. के कंटेनमेंट जोन में दो दिन की सर्वे में 495 मुर्गी और बतख चिन्हित की गई थीं। अचानक 596 मुर्गी और बतख का खात्मा किए जाने का पशुपालन विभाग के अधिकारियों की तरफ से हवाला दिया गया है। इसके साथ ही जिस जगह से मृत मुर्गी में बर्ड फ्लू मिला था उससे कुछ दूर पर ही कई मुर्गी टहलते देखी गई जिनको खत्म नहीं किया जा सका।


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