5000 गन्ना किसानों को नहीं मिली पर्ची
चीनी मिलें चले चार माह का समय हो गया है लेकिन अभी 5000 ऐसे किसान हैं जिनको एक भी पर्ची नहीं मिल पाई है। उन किसानों का गन्ना खेतों में सूख रहा है। उच्चाधिकारियों की तरफ से अभी तक कोई कवायद नहीं शुरू हो पाई है इसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ रही है।
पीलीभीत,जेएनएन : चीनी मिलें चले चार माह का समय हो गया है, लेकिन अभी 5000 ऐसे किसान हैं जिनको एक भी पर्ची नहीं मिल पाई है। उन किसानों का गन्ना खेतों में सूख रहा है। उच्चाधिकारियों की तरफ से अभी तक कोई कवायद नहीं शुरू हो पाई है, इसके चलते किसानों की परेशानी बढ़ रही है।
पूरनपुर और कलीनगर तहसील क्षेत्र के किसानों का सहकारी चीनी मिल, पीलीभीत ललित हरि चीनी मिल, बजाज ग्रुप की पलिया, और बरखेड़ा चीनी मिल गुलरिया चीनी मिल और संपूर्णानगर चीनी मिल गन्ने की पेराई करती हैं। इन चीनी मिलों का शुभारंभ हुए चार माह का समय हो गया है। बड़े सट्टे धारियों को तो पर्ची मिल रही है लेकिन एकल पर्ची वाले किसान बेहद परेशान हैं। उन्हें अभी तक एक भी पर्ची नसीब नहीं हो सकी है। इसके चलते उनका गन्ना खेतों में खड़ा सूख रहा है। वह लगातार अधिकारियों के यहां चक्कर भी लगा रहे हैं लेकिन पर्ची उन्हें प्राप्त नहीं हो पा रही है। जिससे गन्ने की खेती को लेकर उनका मोह भंग होता नजर आ रहा है। नियमानुसार चीनी मिल के चल जाने पर 45 दिन के अंदर इन किसानों को पर्ची का निर्गमन हो जाना चाहिए, लेकिन दोगुना समय बीत जाने के बाद भी पर्ची किसानों को प्राप्त नहीं हो पाई है। बेचैनी बढ़ती जा रही है। गन्ना समिति के सचिव टीएन त्रिपाठी ने बताया कि जिन किसानों को पर्ची नहीं मिली है वह सभी चीनी मिलों से जुड़े हुए हैं। प्रधान प्रबंधकों को इंडेंट बढ़ाने के लिए कहा गया है जिससे उन लोगों को पर्ची का निर्गमन हो सके। उन्होंने बताया कि इसी सप्ताह में सभी किसानों को एक एक पर्ची जारी हो जाएगी।