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किसानों को अभी नहीं मिला 24.5 करोड़ पुराना भुगतान

सहकारी और प्राइवेट चीनी मिलों पर किसानों का पिछले वर्ष का 24.5 करोड़ रुपये भुगतान फंसा पड़ा है। इस सत्र का करोड़ों रुपये और बकाया हो गया है। सहकारी चीनी मिल पर किसानों का सर्वाधिक 43.66 करोड़ रुपये बकाया है। सिर्फ दो चीनी मिलों ने ही गन्ने का भुगतान किया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 11:40 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 11:40 PM (IST)
किसानों को अभी नहीं मिला 24.5 करोड़ पुराना भुगतान

पीलीभीत,जेएनएन : सहकारी और प्राइवेट चीनी मिलों पर किसानों का पिछले वर्ष का 24.5 करोड़ रुपये भुगतान फंसा पड़ा है। इस सत्र का करोड़ों रुपये और बकाया हो गया है। सहकारी चीनी मिल पर किसानों का सर्वाधिक 43.66 करोड़ रुपये बकाया है। सिर्फ दो चीनी मिलों ने ही गन्ने का भुगतान किया है। बाकी अन्य चीनी मिलों पुराना तो छोड़िए नए सत्र का भी भुगतान नहीं किया है। किसान भुगतान पाने के लिए लगातार अधिकारी से वार्ता कर रहे हैं। चीनी मिल गेट पर धरना-प्रदर्शन भी किया जा चुका है फिर भी इस ओर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। बकाया मूल्य न मिल पाने के कारण किसानों की आगामी फसल काफी प्रभावित हो रही है। किसान हताश और परेशान नजर आ रहे हैं। अधिकारी उन्हें शीघ्र ही बकाया भुगतान के आश्वासन दे रहे हैं।

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छह चीनी मिलें कर रही गन्ने की पेराई

पूरनपुर कलीनगर तहसील क्षेत्र के किसानों के गन्ने की पेराई छह चीनी मिलें करती हैं। इनमें बजाज ग्रुप की पलिया, बरखेड़ा के अलावा पीलीभीत की ललित हरि, गुलरिया और पूरनपुर व संपूर्णानगर सहकारी चीनी मिलें शामिल हैं। सहकारी चीनी मिल भुगतान के मामले में बेहद फिसड्डी साबित हो रही है। खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। गन्ना समिति सचिव टीएन त्रिपाठी ने बताया कि सभी चीनी मिलों को भुगतान के लिए कहा गया है। नोटिस भी जारी किए जा चुके हैं। जल्द ही भुगतान किसानों को देने की बात प्रबंधकों ने कही है। पुराने सत्र का बकाया गन्ना भुगतान

वर्ष 2019-20 में किसानों ने पूरनपुर चीनी मिल को 29.09 क्विंटल गन्ने की आपूर्ति की थी। किसानों का मिल पर 9376.60 लाख का भुगतान बना। इसमें 7679.80 लाख का भुगतान किया गया। मिल पर 1696.80 लाख भुगतान बकाया है। बरखेड़ा चीनी मिल को 4.65 लाख क्विंटल गन्ने की आपूर्ति हुई। किसानों का 1468.26 लाख रुपये बना। 107.5 लाख का ही भुगतान हुआ। 107.5 लाख बकाया है। पलिया चीनी मिल को 6.40 लाख क्विंटल गन्ने की आपूर्ति हुई। किसानों का 2025.77 लाख भुगतान बना, जिसमें 1440.29 लाख का भुगतान हुआ। 585.48 लाख बकाया है। संपूर्णानगर चीनी मिल पर 15.16 लाख का अभी पिछला बकाया है।

नए सत्र का भी करोड़ों रुपया हो गया बकाया

सरकारी चीनी मिल पूरनपुर को 31 दिसंबर 2020 तक किसान 8.39 लाख क्विंटल गन्ने की आपूर्ति कर चुके हैं। किसानों का मिल पर 2669.49 लाख रुपया बकाया है। अभी कोई भी भुगतान नहीं किया है। पीलीभीत चीनी मिल ने खरीदे गए 11.85 लाख क्विंटल गन्ने के 3792 लाख रुपये के सापेक्ष दीप 1759.23 का भुगतान किया है। मिल पर 1002.37 लाख बकाया है। बरखेड़ा चीनी मिल को 1.82 लाख क्विंटल गन्ने की आपूर्ति हो चुकी है। किसानों का 575.19 भुगतान बना है। अभी कोई भी भुगतान नहीं किया गया है। पलिया चीनी मिल ने 2.37 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है। 750.46 लाख भुगतान बना है जिसमें कोई भी भुगतान नहीं हुआ है। गुलरिया चीनी मिल ने 3.05 लाख क्विंटल गन्ना खरीदा है। किसानों का 965.45 लाख रुपये बना है जिसमें 659.67 लाख रुपये का भुगतान हुआ है। मिल पर 305.76 लाख रुपये बकाया है।


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