एफडी के नाम हड़पे 19 लाख, मुकदमा दर्ज
डाकघर में फिक्स डिपॉजिट कराने का झांसा देकर नौ लाख हड़प लिए गए।
पीलीभीत : डाकघर में फिक्स डिपॉजिट कराने का झांसा देकर नौ लाख हड़प लिए गए। पीड़िता को न तो कोई कागजात दिया गया और न ही रकम वापस की गई। पीड़िता ने जब रकम वापस मांगी तो उसके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी गई। पीड़िता की तहरीर पर इस मामले में आरोपित दंपती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि अभी तक आरोपित दंपती को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
यह मामला शहर कोतवाली क्षेत्र के मुहल्ला छोटा खुदागंज का है। मुहल्ले में रहने वाली नाजिया बी पुत्री अब्दुल गफ्फार ने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि इसी मुहल्ले के निवासी अब्दुल रफीक उसके मकान के पड़ोस में रहते हैं। अब्दुल रफीक की पत्नी तिलक जहां डाकघर में अभिकर्ता है। नाजिया बी ने वर्ष 2016 में नौ लाख रुपये में जमीन बेची थी। इस रकम के बारे में अब्दुल रफीक और उसकी पत्नी तिलक जहां को जानकारी थी। मार्च 2017 में अब्दुल रफीक और तिलक जहां ने उससे कहा था कि उक्त रकम घर में रखने की बजाय पोस्टआफिस में फिक्स डिपाजिट करा दो, जिससे रकम पर अच्छा ब्याज भी मिलेगा। दंपती के कहने पर नाजिया बी ने नौ लाख रुपये उन्हें दे दिए थे। आरोप है कि अब्दुल रफीक और उसकी पत्नी ने रकम लेने के बाद कोई कागजात आदि नहीं दिया। नाजिया बी जब भी फिक्स डिपॉजिट के कागजात के बारे में कहती थी तो दंपती टालमटोल करता रहा। बाद में दंपती का व्यवहार भी बदल गया, जिससे नाजिया बी को कुछ संदेह होने लगा। आरोप है कि गत 27 जनवरी 2019 को नाजिया बी दंपती के घर पहुंचकर रकम वापस करने के लिए कहने लगी। तब पति पत्नी ने उसके साथ मारपीट कर जान से मारने की धमकी दी। घटना की बाबत नाजिया बी ने पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की। जिस पर अब्दुल रफीक और उसकी पत्नी तिलक जहां के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इंसपेक्टर कोतवाली के मुताबिक तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।