स्कूल परिसर में 11 माह का कब्जा दो दिन में हटा
मरौरी विकास खंड ही नहीं अपितु प्रदेश के उत्कृष्ट विद्यालयों की सूची में शामिल माडल उच्च प्राथमिक विद्यालय कैंच की चहारदीवारी के पास 11 माह से कब्जा जमा था। स्कूल गेट के बाहर से लेकर पूरी चहारदीवारी तक कथित बाबा कब्जा जमाकर बैठ गया था। विद्यालय स्टाफ ने कई जगह शिकायतें कीं लेकिन कब्जा नहीं हट पाया। पूरा मामला विभाग से लेकर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के संज्ञान में था। बाबा का रूप धारण कर कब्जा जमाए बैठे बाबूराम के कृत्यों से बच्चों के अभिभावकों में नाराजगी थी। कई अभिभावकों ने कब्जा कर डाली गई झोपड़ी में असामाजिक कार्य होते देखे तो अपने बच्चों को विद्यालय न भेजने का पत्र प्रधानाध्यापक को दे दिया।
पीलीभीत,जेएनएन: मरौरी विकास खंड ही नहीं अपितु प्रदेश के उत्कृष्ट विद्यालयों की सूची में शामिल माडल उच्च प्राथमिक विद्यालय कैंच की चहारदीवारी के पास 11 माह से कब्जा जमा था। स्कूल गेट के बाहर से लेकर पूरी चहारदीवारी तक कथित बाबा कब्जा जमाकर बैठ गया था। विद्यालय स्टाफ ने कई जगह शिकायतें कीं लेकिन कब्जा नहीं हट पाया। पूरा मामला विभाग से लेकर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों के संज्ञान में था। बाबा का रूप धारण कर कब्जा जमाए बैठे बाबूराम के कृत्यों से बच्चों के अभिभावकों में नाराजगी थी। कई अभिभावकों ने कब्जा कर डाली गई झोपड़ी में असामाजिक कार्य होते देखे तो अपने बच्चों को विद्यालय न भेजने का पत्र प्रधानाध्यापक को दे दिया। अभिभावकों को गलत माहौल के कारण बच्चों पर गलत असर पड़ने की आशंका होने लगी।
विगत दिनों मामला जागरण के संज्ञान में आया तो मौके पर जाकर स्थिति देखी गई। स्कूल के बाहर काफी सीमा तक सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा फैला हुआ था। स्कूल के गेट पर ही तंबाकू, गुटखा, सिगरेट नशीले पदार्थों की बिक्री हो रही थी। दैनिक जागरण ने 21 मार्च के अंक में अभिभावकों की मांग को प्रमुखता से प्रकाशित किया। मामले से जिलाधिकारी पुलकित खरे, उपजिलाधिकारी अविनाश चंद्र मौर्या व बीएसए चंद्रकेश सिंह को अवगत कराया गया। उपजिलाधिकारी सदर अविनाश चंद्र मौर्या ने संवेदनशीलता दिखाते हुए संबंधित अधिकारियों को तत्काल कब्जा हटवाने के आदेश दिए। 21 मार्च को ही राजस्व व बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी पुलिस फोर्स लेकर पहुंचे। अवैध कब्जे पर जेसीबी चलवाकर अतिक्रमण हटवा दिया गया। अधिकारियों के जाते ही बाबूराम ने फिर कब्जा जमाया तो अगले ही दिन जागरण ने फिर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की। एसडीएम सदर ने एसओ गजरौला को सख्त निर्देश देते हुए कार्रवाई के आदेश दिए। 23 मार्च को थाना गजरौला की फोर्स ने अतिक्रमण व कब्जे को पूरी तरह साफ करा दिया। बीएसए ने प्रधानाध्यापक को तार फेंसिग कर स्थान का सुंदरीकरण करने के आदेश दिए। बीएसए के आदेश पर बुधवार को प्रधानाध्यापक सुखराम, शिक्षक हरप्रीत सिंह, नवनीत पाल सिंह, गजेंद्र कुमार, बृजेश कुमार व श्रमिकों ने मिलकर खाली हुए स्थान का समतलीकरण कराकर तार फेंसिग की। अब कब्जा मुक्त हुए स्थान को वाटिका में परिवर्तित किया जाएगा। जागरण की मुहिम से विद्यालय से अवैध कब्जा मुक्त हो सका व खाली हुआ स्थान एक सुंदर वाटिका का रूप लेगा।